Cyclone Biparjoy: अरब सागर में आया पहला चक्रवाती तूफान ‘बिपरजॉय’ एक बहुत ही गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. मौसम विभाग ने केरल में मानसून की धीमी शुरुआत और इसके दक्षिणी प्रायद्वीप के आगे कमजोर प्रगति करने का अनुमान लगाया है. बुधवार की सुबह आईएमडी ने कहा, केरल में दो दिन के अंदर मानसून शुरू होने के लिए अनुकूल परिस्थितियां हैं. हालांकि, मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवाती तूफान मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है और केरल के ऊपर इसकी शुरुआत ‘धीमी’ रहेगी.
आईएमडी के मुताबिक, इसके उत्तर की ओर बढ़ने और एक बेहद गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना हैं. इसके बाद अगले तीन दिन में यह उत्तर-उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ेगा. हालांकि, मौसम विभाग ने अभी तक भारत, ओमान, ईरान और पाकिस्तान समेत अरब सागर से सटे देशों पर इसके किसी बड़े प्रभाव को लेकर कोई पूर्वानुमान नहीं लगाया है. वहीं मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवात का अस्थायी ट्रैक उत्तर दिशा में होगा.
ये भी पढ़े:- Sanjeev Jeeva Murder: ट्रॉमा सेंटर पहुंचे सीएम योगी, घायल बच्ची से मिले, फायरिंग के दौरान हुई थी घायल
लेकिन, कई बार तूफान पूर्वानुमानित ट्रैक और तीव्रता को गलत साबित कर देते हैं. मौसम वैज्ञानिकों की माने तो तूफान पहले के आकलन को गलत साबित करते हुए केवल 48 घंटे में एक चक्रवात से गंभीर चक्रवाती तूफान बनने की दिशा में बढ़ रहा है. वायुमंडलीय संबंधी स्थितियों से संकेत मिलता है कि 12 जून तक बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान का रुख बना रह सकता है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है, बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में चक्रवाती तूफान तीव्र हो रहे हैं और जलवायु परिवर्तन के कारण ये लंबे समय तक काफी सक्रिय बने रह सकते हैं.
ये भी पढ़े:- Mumbai Crime: प्रेमिका की हत्या, ‘ट्री कटर’ से शव के किए टुकड़े और फिर प्रेशर कुकर में उबालकर मिक्सी में पीसा
एक अध्ययन के मुताबिक अरब सागर में चक्रवाती तूफानों की तीव्रता मानसून के बाद के मौसम में करीब 20 फीसदी और मानसून से पहले की अवधि में 40 फीसदी बढ़ी है. अध्ययन का शीर्षक ‘‘उत्तर हिंद महासागर में उष्णकटिबंधीय चक्रवातों की बदलती स्थिति’’है. अरब सागर में चक्रवाती तूफानों की संख्या में 52 फीसदी वृद्धि हुई है. वहीं बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान 150 फीसदी बढ़े हैं. वहीं जलवायु विज्ञानी रॉक्सी मैथ्यू कोल ने कहा, अरब सागर में चक्रवाती गतिविधि बढ़ने का महासागरों के तापमान बढ़ने और वैश्विक तापमान वृद्धि के चलते नमी की बढ़ती उपलब्धता से गहरा संबंध है. अरब सागर ठंडा होता था, लेकिन अब यह गर्म है.
ये भी पढ़े:- कोर्ट में मारे गए गैंगस्टर जीवा की पत्नी पहुंची SC, गिरफ्तारी से राहत के साथ मांगी सुरक्षा