Bihar News: इन देश में बेरोजगारी का मुद्दा काफी गरम है. एक तरफ परीक्षाओं में हो रहे पेपर लीक से समय से भर्ती प्रक्रिया नहीं हो रही है. वहीं, एक ओर रोजगार ना मिलने से बेरोजगार हताश हो रहे हैं. बेरोजगार युवा न केवल सरकारी बल्कि प्राइवेट सेक्टर में नौकरी करने के लिए भी तैयार है, ऐसे में वो कहीं ना कहीं प्रयास छोटा से बड़ा रोजगार पा जाते हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा दिक्कत युवतियों को होती है, जो अपने गृह जनपद से बाहर नहीं जाती हैं.
बेरोजगारी की बढ़ती समस्याओं को देखते हुए बेगूसराय जिला नियोजनालय ने एक पहल की. इसके जरिए कोशिश की गई कि 200 लड़कियों को रोजगार उपलब्ध हो सके. इसके लिए रोजगार कैंप का आयोजन किया गया, लेकिन इस कैंप में केवल 22 लड़कियां ही शामिल हुईं. ऐसे में माना जा रहा है कि युवतियों ने रोजगार कैंप में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई.
रोजगार कैंप का हुआ आयोजन
आपको बता दें कि निजी क्षेत्र की एक कंपनी के प्रतिनिधि मो. नसीम अंसारी ने इस मामले में जानकारी दी. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि आरटीडी ग्लोबल के द्वारा आठवीं पास 200 बेरोजगार लड़कियों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए जॉब कैंप का आयोजन किया था. हालांकि इसमें लक्ष्य के अनुरूप युवतियां नहीं पहुंची.
इस जॉब कैंप को लेकर जिला नियोजन पदाधिकारी राणा अमितेश ने जानकारी देते हुए कहा कि 200 रिक्तियों के लिए जॉब कैंप का आयोजन किया गया था. ऐसे में महज 22 लड़कियों ने ही इस कैंप में हिस्सा लिया. उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि लड़कियां केरल नहीं जाना चाहती थी. इसलिए चयनित 22 लड़कियों को मुजफ्फरपुर के बेला इंडस्टरीज यूनिट में ट्रेनिंग के लिए भेज दिया गया. वहीं, लड़कियों की ट्रेनिंग पूरी होने के साथ ही 22 दिनों के भीतर उनको रोजगार उपलब्ध करा दिया जाएगा.
आगे कब लगेगा रोजगार मेला
ज्ञात हो कि बेगूसराय नियोजन कार्यालय में सोमवार यानी 9 अक्टूबर को साल का सबसे बड़ा रोजगार मेला लगने जा रहा है. इसकी तैयारियां लगभग पूरी की जा चुकी हैं. साल के सबसे बड़े रोजगार मेले के लिए जिला प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी की जा चुकी है. इस आयोजन के लिए जोरशोर से प्रचार-प्रसार भी किया जा रहा है.
हालांकि इस जॉब फेयर को लेकर युवाओं का कहना है कि नियोजन कार्यालय अगर जॉब कैंप का आयोजन करे तो इस बात का ध्यान रखे कि युवाओं को कम से कम 20,000 रुपये महीने की सैलरी मिल सके.
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