Indo Nepal Bus Services: देश के परिवन निगम की बसें उत्तर प्रदेश के साथ साथ, नेपाल तक चलेंगी. पड़ोसी देश नेपाल के बांके जिले तक इन बसों को चलाने की तैयारी है. रोडवेज की बसें नेपाल के बांके जिला के नेपालगंज तक जाएंगी. दोनों राष्ट्रों के बीच परिवहन सेवा के सर्वे काम लगभग पूरा हो चुका है. अंतरराष्ट्रीय परमिट की सारी औपचारिकताओं को भी पूरा किया जा चुका है.
नेपाल के नेपालगंज से परिवहन निगम की बसें देश के पांच राज्यों को बीच चलेंगी. माना जा रहा है कि सरकार के इस फैसले से न केवल दोनों देशों के बीच में रिश्ते मजबूत होंगे, बल्कि आर्थिक मोर्चे पर भी मजबूती मिलने के संकेत हैं.
10 जिलों के लोगों को सीधा फायदा
दरअसल, नेपाल और भारत के बीच खुली सीमा होने के कारण दोनों देशों के बीच व्यापारिक कड़ियां काफी मजबूत साबित हो रही हैं. आपको बता दें सीमा से सटे 10 जिले बांके, दांग, दैलेख, कंचनपुर, कैलाली, सुरखेत, मुगु, जाजरकोट, जमुला, हुमला इत्यादि के अधिकांश नागरिक रुपईडीहा बार्डर पार कर रोजगार के सिलसिले में भारत के विभिन्न राज्यों में आते हैं. इन्हीं नागरिकों की सुविधा का ध्यान रखते हुए और प्रत्यक्ष रूप से नेपाल को आर्थिक मदद पहुंचाने की मदद से भारत सरकार की ओर से नेपालगंज तक परिवहन सेवाओं की बसों के संचालन को लेकर समझौता बना है.
जानकारी दें कि इस समझौते के आधार पर नए सिरे से भारतीय बस निगम के अधिकारियों की टीम ने पिछले दिनों सर्वे कराया था, जिसकी रिपोर्ट अब तैयार है. रिपोर्ट को शासन को उपलब्ध कराया गया है. अब अंतरराष्ट्रीय परमिट के लिए आवेदन भी किया जा चुका है. माना जा रहा है ये परमिट जल्द ही मिल जाएगा, जिसके बाद ये बस सेवाएं शुरू कर दी जाएंगी.
लखनऊ हरिद्वार और दिल्ली के लिए चलेंगी ज्यादा बसें
मिली जानकारी के अनुसार नेपालगंज से भारत के पांच राज्यों तक बसों के संचालन की तैयारी है, लेकिन अधिकतर बसों का संचालन दिल्ली, हरिद्वार और लखनऊ के रुटों पर किया जाएगा. इसके अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के लिए एक- एक बस को चलाने की तैयारी है. आपको बता दें कि बहराइच परिवहन निगम के एक अधिकारी के अनुसार दोनों देशों के बीच 15 रोजवेज बसों के संचालन की तैयारी है. जिसको लेकर सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है. नेपालगंज तक रोडवेज बसें संचालित की जानी है. परमिट के लिए आवेदन किए जा चुके हैं.
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