Ajab Gajab Tradition: 200 साल पहले ऐसा क्या हुआ, जो आज तक पुरुष करते हैं साड़ी में गरबा?
गरबा डांस की एक ऐसी अनोखी परंपरा है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान हो जाएंगे. इसमें साड़ी पहनकर देवी गीतों पर पुरुष गरबा करते हैं.
अहमदाबाद के इस समुदाय के पुरुष 200 साल पुरानी परंपरा को निभाते हुए साड़ी पहनकर गरबा करते हैं. आइए बताते हैं इसके पीछे की परंपरा और मान्यता क्या है.
दरअसल, नवरात्रि में बड़ोत समुदाय के पुरुष साड़ी पहनकर गरबा नृत्य करते हैं. इसे शेरी गरबा उत्सव भी कहा जाता है.
सादु माता को खुश करने के लिए 200 साल से ये परंपरा चली आ रही है.
अष्टमी के दिन यहां पुरुष साड़ी पहनकर गरबा करते हैं.
इस परंपरा के माध्यम से बड़ोत समुदाय के लोग देवी के प्रति आभार जताते हैं.
मान्यता है कि अगर पुरुष महिलाओं की वेशभूषा में नृत्य करते हैं, तो उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
पुरुषों के ऐसा करने से उनकी संतान स्वस्थ रहती है. उसकी आयु भी लंबी हो जाती है.
200 साल पहले की ये परंपरा आज भी पुरुष निभाते हैं.