Assembly Elections 2023: पांच राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव (Assembly Elections 2023) को लेकर जहां सियासत गर्म है. वहीं इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियां 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) को लेकर तैयारियां शुरू कर दी है. बता दें कि एक तरफ जहां विपक्ष ने बीजेपी को हराने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन बनाया है, वहीं दूसरी तरफ I.N.D.I.A गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद नजर आ रहा है.
दरअसल, लोकसभा चुनाव में एनडीए को हराने के लिए 28 राजनीतिक पार्टियों ने गठबंधन किया है. जिसका नाम I.N.D.I.A गठबंधन रखा गया है. वहीं इस बीच ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर मतभेद नजर आ रहा है. सीटों के तालमेल को लेकर कांग्रेस और सपा दोनों की पार्टियों की तरफ से खुलकर बयानबाजी हो रही है.
सपा प्रमुख ने कही ये बड़ी बात!
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मध्य प्रदेश विधानसभा में कांग्रेस उन्हें सीटें देने को तैयार नहीं तो यूपी में सपा बड़े भाई की भूमिका में है. यूपी विधानसभा में सपा भी कांग्रेस से गठबंधन नहीं करेगी. ज्ञात हो कि समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान विधानसभा चुनाव में सीटों को लेकर कांग्रेस पर दबाव बनाया और कहा कि यदि कांग्रेस इन राज्यों में सपा को सीटें देने को तैयार नहीं होती है तो फिर यूपी में भी कांग्रेस के साथ कोई गठबंधन नहीं होगा.
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, “कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या I.N.D.I.A गठबंधन राष्ट्रीय स्तर पर है या राज्य स्तर पर है. यदि यह राज्य स्तर पर नहीं है तो भविष्य में अन्य राज्यों के स्तर पर भी नहीं होगा. मैं 2024 में यूपी के लिए सीट बंटवारे के सौदे की फर्जी मीडिया रिपोर्टें सुनता रहता हूं. मैं कहना चाहता हूं कि सपा पूरी जिम्मेदारी के साथ यूपी की सभी 80 सीटों पर भाजपा को हराने की रणनीति तैयार कर रही है.”
जानिए क्या बोली कांग्रेस
इधर कांग्रेस भी अपने बयानबाजी से पीछे नहीं हट रही है. यूपी कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि अखिलेश यादव को मध्य प्रदेश में नहीं लड़ना चाहिए. क्योंकि कांग्रेस वहां मजबूत स्थिति में है. साथ ही यह भी कहा कि उनकी पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है. वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा है कि I.N.D.I.A गठबंधन “केंद्रीय स्तर” पर है, लेकिन सपा के साथ बातचीत अभी भी जारी है और दोनों दलों को भाजपा को हराने का प्रयास करना चाहिए.
इंडिया गठबंधन पर पड़ेगा असर
आपको बता दें कि सपा-कांग्रेस के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहा मतभेद कहीं ना कहीं I.N.D.I.A गठबंधन को प्रभावित करेगा. क्योंकि लोकसभा चुनाव में अगर उत्तर प्रदेश में सपा-कांग्रेस “इंडिया” गठबंधन से हटकर अपने अलग-अलग उम्मीदवार उतारते हैं तो इसका खामियाजा पूरे I.N.D.I.A को उठाना पड़ सकता है. लोकसभा चुनाव की दृष्टिकोण से उत्तर प्रदेश एक महत्वपूर्ण राज्य है, क्योंकि यहां से सबसे अधिक 80 सांसद चुने जाते हैं. बीते 2014 और 2019 दोनों आम चुनावों बीजेपी ने यूपी में बड़ी जीत हासिल की थी.
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गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच सीट को लेकर उभरे मतभेद के बीच अब सपा अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में दिख रही है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के बीच गठबंधन की बातचीत स्पष्ट रूप से टूटने से 2024 में उत्तर प्रदेश में I.N.D.I.A गठबंधन की योजना पर असर पड़ सकता है. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सपा ने पहले ही मध्य प्रदेश में नौ उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं प्रदेश में 35-40 और उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है.
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