Sewa Mitra portal: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रदेशवासियों के लिए तमाम नए कार्यक्रम लेकर आती है. ऐसे में अब एक और स्कीम योगी सरकार लेकर आई जिसकी मदद से आप आसानी से घर बैठे ही तमाम काम करा सकते हैं.
दरअसल, अगर आपको हॉस्पिटल जाकर दवाईयां लेनी है या फिर आपके घर में पड़े इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे टीवी फ्रिज, कूलर इत्यादि खराब है और उसे बनवाने की सोच रहे हैं, तो इन सब के लिए आपको कहीं बाहर जाने की आवश्यकता नहीं है. सारी चीजें एक क्लिक पर एक जगह पर आपके लिए उपलब्ध होंगी. इन सभी सेवाओं को पाने के लिए आपको केवल अपना फोन उठाना है और एक ऐप डाउनलोड करना है. यूपी सरकार ने सेवायोजन विभाग के साथ मिलकर एक पोर्टल (सेवा मित्र पोर्टल) तैयार किया है. इस पोर्टल से न केवल जरुरत की चीजें लोगों के घरों तक पहुंचेंगी बल्कि कुशल युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी प्राप्त होंगे.
सेवा मित्र पोर्टल की शुरुआत
जानकारी दें कि सूबे की योगी सरकार सेवायोजन विभाग के साथ मिलकर एक सेवा मित्र पोर्टल की शुरुआत की है. इस सेवा से कई कंपनियों ने खुद को जोड़ा है. वहीं, पोर्टल से जुड़ने के लिए कोई भी कंपनी खुद को रजिस्टर करा सकती है और सेवा प्रदाता बन सकती है. पोर्टल के माध्यम से एसी सर्विस एंड रिपेयर, कारपेंटर, आइटी हार्डवेयर एंड सर्विस, टैक्सी बुकिंग, मैन पावर सर्विस, प्रिंटिंग सर्विस, आरओ रिपेयर, सैलून फार मैन, वेल्डिंग एंड फैब्रिकेशन, नर्सिंग सर्विस, पैथलाजी, होम एप्लाइंसेज सर्विस, ब्यूटीशियन की सुविधा लोगों को मिल सकेगी. सबसे पहले इस पोर्टल की शुरुआत बरेली जिले से की गई है. अभी तक की जानकारी के अनुसार इस पोर्टल से अभी तक 500 लोग सेवा ले चुके हैं.
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सेवा पोर्टल से कैसे जुड़ें
उल्लेखनीय है कि इस सेवा पोर्टल से जुड़ना काफी आसान है. कोई भी कंपनी या कुशल युवा से इस ऐप को आसानी से डाउनलोड कर के 155330 पर काल कर स्वयं को पंजीकृत करा सकता है. वहीं, पंजीकरण कराने के बाद से वो आसानी से वो सेवा प्रदाता बन जाएगा. हालांकि पंजीकरण कराने के लिए पहले तमाम प्रमाण पत्रों की आवश्यकता होती है. पंजीकरण के बाद कंपनी और विभाग के बीच एक एमओयू साइन किया जाता है.
सेवा कई श्रेणियों में उपलब्ध
गौरतलब है कि सेवा मित्र पोर्टल पर प्रदाताओं के लिए कुल तीन श्रेणियां हैं. इके तहत सेवामित्र पोर्टल पर इस प्रक्रिया को पूरा किया जा सकता है. आपको बता दें कि लेन देन के अनुरुप ही पंजीकरण शुल्क लगना है. ऐसे में को प्रदाता वार्षिक लेनदेन 25 लाख तक की करता है तो उसको पंजीकरण शुल्क 10,000 रुपय जमा करना होगा. इसी के साथ 10 से 25 लाख वार्षिक लेनदेन वाले सेवा प्रदाता रजिस्ट्रेशन फीस 5,000 और 10 लाख तक वार्षिक लेनदेन वाले सेवा प्रदाता को 2,000 रुपये जमा करने होगे.