Lucknow News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राज्य के सरकारी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए नया नियम लागू किया है. इस नए नियम को प्रदेश के सात जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के अंतर्गत लागू किया है. नियम का शिक्षक विरोध कर रहे हैं. उधर सरकार का कहना है कि इस नियम को ना मानने वालों पर सखत कार्रवाई की जाएगी.
शिक्षकों की हाजिरी को लेकर सूबे की योगी सरकार ने नया नियम बनाया है. इस नए नियम के अनुसार सरकारी स्कूलों में शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति ऑनलाइन दर्ज की जाएगी. इसके पहले रजिस्टर पर ये काम होता था. इस नए नियम को पायलट प्रोजेक्ट के तहत प्रदेश के सात जिलों में लागू कर दिया गया है. आने वाले महीने में इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा.
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ऑनलाइन लगेगी हाजिरी
स्कूल शिक्षा महानिदेशक द्वारा साझा की गई जानकारी के अनुसार अभी ये नियम प्रदेश के सात जिलों में लागू किया गया, आने वाले दिनों में इसे प्रदेश के सभी 75 जिलों में लागू कर दिया जाएगा. स्कूल शिक्षा, महानिदेशक विजय किरन आनंद द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार अब सरकारी विद्यालयों में बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी. नए सिस्टम के तहत सिर्फ शिक्षकों ही नहीं बल्कि बच्चों की हाजिरी भी बायमैट्रिक होगी. शिक्षकों ने इस नए नियम का पुरजोर विरोध किया है.
नियम के अनुसार शिक्षक और छात्र स्कूल परिसर में ही हाजिरी लगा सकेंगे. नियम ना मानने वालों पर कार्रवाई की जाएगी. इस हाजिरी के लिए सभी विद्यालयों को टैबलेट प्रदान किया जाएगा. वहीं, नियम के आदेश में कहा गया है कि शिक्षकों विद्यालय में नियमित ड्यूटी करनी होगी. अगर 15 मिनट से अधिक देरी से कोई शिक्षक विद्यालय पहुंचता है तो उसका पूरे दिन का वेतन काटा जाएगा.
शिक्षक कर रहे नियम का विरोध
इस नए नियम का उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ ने पुरजोर विरोध किया है. शिक्षकों ने इस व्यवस्था को वापस लेने की मांग की है. शिक्षको ने कहा कि अगले दो दिन तक मत संग्रह अभियान चलाया जाएगा. इसके बाद इसके आधार पर आंदोलन की रणनीति को तैयार किया जाएगा. उधर स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने नियम का अनुपालन ना करने वालों शिक्षकों के विरुद्ध कार्वाई के निर्देश दिए हैं.