प्रकृति ने जानवरों को अलग-अलग तरह की शक्तियां दी हैं. कोई उड़ सकता है, कोई तेज दौड़ सकता है, किसी के अंदर जहर होता है, फिर भी वो नहीं मरता. जिसे देखकर हम सभी हैरान हो जाते हैं.
अब घोड़ों को ही देख लीजिए. घोड़ों के पास सिर्फ तेज दौड़ने की शक्ति ही नहीं होती. घोड़े हमेशा खड़े रहते हैं. यहां तक कि वो खड़े होकर सोते भी हैं.
लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि घोड़ा हमेशा खड़े ही क्यों रहते हैं, क्या उनके पैरों में कभी दर्द नहीं होता है. आइए जानते हैं इस रोचक सवाल का सही जवाब...
घोड़े अधिकतर वक्त खड़े रहते हैं, और खड़े होकर सो भी सकते हैं. इसके पीछे सबसे प्रमुख कारण है सर्वाइवल यानी अपनी सुरक्षा.
घोड़े के हमेशा खड़े रहने के पीछे कारण है. घोड़ा हमेशा तैयार स्थिति में रहता है. इसके लिए उसके पैरों की मांसपेशियां और उसके शरीर का आकार भी कारगर साबित होता है.
घोड़े के हमेशा खड़े रहने के पीछे कारण यह भी है कि वो भारी और बड़े जीव होते हैं, अगर वो हमेशा बैठकर या पूरी तरह लेटकर सोएंगे, तो उन्हें उठने में वक्त लगेगा, इतनी देर में वो शिकार बन सकते हैं.
घोड़े के पैरों की मांसपेशियां और उसके शरीर का आकार भी कारगर साबित होता है. घोड़े के पैर बिलकुल तने हुए होते हैं. उसके पैर सोते समय उसे गिरने नहीं देते.
लगातार खड़े रहने के लिए उनके शरीर को भी प्रकृति ने इसी तरह बनाया है कि वो लंबे समय तक खड़े हो सकें. इसके लिए वो स्टे-अपैरेटस नाम की विशेषता का उपयोग करते हैं.
बीच-बीच में घोड़े तीन पैरों पर ज्यादा जोर देकर एक पैर को आराम दे लेते हैं. इस तरह उऩके पैरों में दर्द नहीं होती है और वो हमेशा खड़े रहते हैं.
जब घोड़े अपने पैर पर खड़े रहते हैं, तो शरीर का ऊपरी हिस्सा आराम की मुद्रा में चला जाता है. इस तरह घोड़ों के शरीर में वो टेंशन नहीं होती जो पैरो में रहती है.