Depressed for No Reason: उदासी एक सामान्य मानवीय स्वभाव है. अमूमन किसी बात को लेकर हम परेशान होते हैं तो चेहरे पर उदासी आ जाती है. मनोचिकित्सकों का मानना है कि उदास यानी अपसेट रहने के कारणों में सबसे बड़ा कारण डिप्रेशन है. कई लोग इस बात को नहीं समझ पाते हैं और वो उदास रहते हैं.
दरअसल, कई बार देेखा जाता है कि हम उदास हैं, लेकिन इसके पीछे की कोई वजह नहीं पता होती है. अगर कोई परेशान है और वो अपसेट है तो ये लाजमी है. हालांकि, अगर वो बिना किसी कारण के परेशान है तो ये एक बड़ी समस्या हो सकती है. माना जाता है कि डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के चेहरे पर हमेशा उदासी देखने को मिलती है.
बिना वजह उदास रहने का मुख्य कारण
अवसाद या डिप्रेशन से पीड़ित लोगों के अंदर बहुत ज्यादा चिड़चिड़ापन, अपराध बोध, लाचारी की भावना देखने को मिलती है. उनका मन वहां से भी उठ जाता है जिसे करने के लिए दिलचस्पी रखते थे. अवसाद के कारण पीड़ित थकान, ऊर्जा की कमी, पाचन संबंधी समस्याएं, नींद के पैटर्न में बदलाव, बेचैनी, एकाग्रता की कमी जैसी समस्याओं को झेलता है.
अगर कोई भी इन समस्याओं से जूझ रहा है तो संभव है कि वो डिप्रेशन में है या फिर जा रहा है. ऐसे लक्षणों के दिखने पर तुरंत आपको संबंधित चिकित्सकों से मिलना चाहिए. अगर इन समस्याओं को लेकर सतर्क नहीं हुए तो परेशानी ज्यादा बढ़ सकती है.
बाइपोलर डिसऑर्डर भी होता है बड़ा कारण
मनोचिकित्सकों की मानें तो बिना वजह अपसेट रहने का एक और कारण बाइपोलर डिसऑर्डर हो सकता है. दरअसल, इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति में अचानक मूड परिवर्तन दिखने लगता है. ऐेसे लोग कभी अपसेट रहते हैं, कभी अचानक से खुश हो जाते हैं.
ऐसे लोगों में बेचैनी, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी जैसी समस्या आम होती है. इस प्रकार की समस्या से जूझ रहे लोगों को तुरंत डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए. इन लक्षणों को नजर अंदाज करने से परेशानी और बढ़ सकती है. समस्या बढ़ती रहती है और ऐसे लोग गंभीर रूप से डिप्रेशन और बाइपोलर डिसऑर्डर के शिकार हो सकते हैं.
(अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी केवल जानकारी के लिए लिखी गई है, विचार करने से पहले चिकित्सकीय परामर्श जरूर लें.)