ऐसा क्या हुआ जो बीच ट्रैक पर ट्रेन खड़ी कर चले गए चालक और गार्ड, ढाई हजार यात्री परेशान

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Ajab Gajab: ट्रेनों के लेटलतीफी की समस्या पुरानी है. कई बार कुछ ट्रेने कई घंटों लेट चलती हैं. रेलवे के तमाम दिशा सूचकों और जगहों पर लिखा होता है कि आपकी यात्रा मंगलमय हो. हालांकि ट्रेनों के लेट होने से यात्रा अमंगल भी लगने लगती है. ट्रेनों के लेट होने से न केवल यात्रियों बल्कि ड्यूटी कर रहे अधिकारी और कर्मचारियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन क्या हो जब ट्रेन लेट हो और उसके लोको पॉयलट की ड्यूटी पूरी हो जाए. इसके बाद वो ट्रेन बीच रास्ते में खड़ा कर के चल दे. पूछने पर बोले की मेरी ड्यूटी समाप्त अब मैं आगे नहीं जाउंगा.

दरअसल, हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि ऐसा हुआ है. सहरसा-नई दिल्ली विशेष किराया छठ पूजा स्पेशल (04021) ट्रेन यूपी के बाराबंकी जिले के बुढ़वल स्टेशन पर रुकी और आगे ही नहीं बढ़ी. ट्रेन में सवार यात्रियों को लगा कि किसी दूसरी ट्रेन के क्रासिंग के कारण ऐसा हो रहा है. कुछ देर में एक मालगाड़ी बगल के ट्रैक से गुजरी. इसके बाद यात्रियोंं को लगा कि ट्रेन चलेगी, लेकिन चली नहीं. ट्रेेेन चलने का इंतजार कर रहे लोगों ने 1 घंटे इंतजार करने के बाद स्टेशन मास्टर का रुख किया.

वहां पर पता चला कि ट्रेन का लोको पायलट और गार्ड की ड्यूटी समाप्त हो गई है और वो चले गए हैं. इसके बाद 2500 यात्रियों का गुस्सा फूटा और उन्होंने स्टेशन पर जमकर हंगामा किया. यात्रियों का हंगामा देखने के बाद उच्चाधिकारियों ने बाद में गोण्डा से ड्राइवर बुलाया जिसके बाद ट्रेन आगे बढ़ी.

क्या है मामला
बता दें कि बुधवार को दिन में लगभग सवा 1 बजे के आस पास सहरसा से दिल्ली जा रही स्पेशल ट्रेन बुढ़वल स्टेशन पर रुक गई. इस दौरान एक मालगाड़ी बगल से गुजरी. इसके बाद भी जब ट्रेन नहीं चली तो यात्रियों को लगा कि कोई और क्रासिंग हो सकता है. जब 1 घंटे तक ट्रेन नहीं चली तो यात्री स्टेशन मास्टर के पास पहुंचे. यात्रियों ने पहले स्टेशन मास्टर से इस बात की जानकारी मांगी तो वहां से कोई जानकारी सामने नहीं आई. इससे नाराज होकर यात्रियों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की.

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इसके बाद स्टेशन अधीक्षक ट्रेन के इंजन के पास पहुंचे. जब उन्होंने चालक और गार्ड से जानकारी ली तो दोनों ने बताया कि उनकी ड्यूटी समाप्त हो गई है. उनकी तबीयत ठीक नहीं लग रही है. वो आगे नहीं जाएंगे. इतना कहने के साथ उन्होंने मेमो दे दिया और बुढ़वल स्टेशन चले गए.

यात्रियों ने किया जमकर हंगामा
इस बात को सुनने के बाद यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. ट्रेन में से निकल कर यात्रियों ने स्टेशन पर हंगामा और जोरदार प्रदर्शन किया. करीब 2 बजकर 20 मिनट पर स्टेशन मास्टर ने इस बात की जानकारी कंट्रोल रूम को दी, जिसके बाद वहां पर हड़कंप मच गया. आनन फानन में गोण्डा से ड्राइवर व गार्ड को भेजा गया. जब दूसरे ड्राइवर और गार्ड आए तो फिर बुढ़वल स्टेशन से ट्रेन रवाना हुई. शाम 4 बजकर 50 मिनट पर ट्रेन रवाना हो सकी.

यात्रियों का कहना है कि ये स्पेशल ट्रेन तकरीबन 3 घंटा बुढवल स्टेशन पर खड़ी रही. इस दौरान यात्रियों को खाने पीने के समानों के लिए भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. आस पास के एक दो छोटी दुकानों पर भी लगे सामान खत्म हो गए. स्टेशन पर लगे पानी की टोटियों पर यात्री लाइन लगाए खड़े दिखे. जिस दौरान यात्री हंगामा कर रहे थे, इसी समय लखनऊ बरौनी एक्सप्रेस आ गई. हंगामा कर रहे यात्री इस ट्रेन के सामने खड़े हो गए. नाराज यात्रियों का कहना था कि पहले स्पेशल ट्रेन को रवाना किया जाए, इसके बाद ही कोई दूसरी ट्रेन जाएगी.

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