Covid New Variant: एक बार फिर कोविड ने बढ़ाई चिंता, केरल की महिला में सब वेरियंट JN.1 की पुष्टि

Shivam
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Covid New Variant: केरल की एक महिला में एक नए कोविड सबवैरिएंट JN.1 की पहचान की गयी है, जिसने चिंता बढ़ा दी है और सतर्कता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया है. केरल में मामले की पहचान होने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने 16 दिसंबर को तैयारी के उपाय शुरू कर दिए थे. सार्वजनिक स्वास्थ्य और अस्पताल की तैयारी का मूल्यांकन करने के लिए राज्यों में स्वास्थ्य सुविधाओं की एक मॉक ड्रिल चल रही है. ज़िला कलेक्टर के देखरेख में यह अभ्यास 13 दिसंबर को शुरू हुआ और 18 दिसंबर, 2023 तक पूरा होने वाला है.

JN.1 कोविड सबवैरिएंट

कोविड के JN.1 वैरिएंट को ओमीक्रॉन सबवैरिएंट BA.2.86 या पिरोला माना जाता है. इसका पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में सितंबर 2023 में पता चला था. एक रिपोर्ट्स के अनुसार, चीन ने विशेष सबवैरिएंट के सात संक्रमणों का पता लगाया था. हाल ही में पिरोला को संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, आइसलैंड, स्पेन, पुर्तगाल और नीदरलैंड जैसे देशो में फैल रहा है. अब तक यह भारत सहित 38 देशो में पाया गया है और माना जा रहा है की हाल ही में कुछ देशो में अस्पताल में भर्ती हो रहे मरीजों की संख्या में वृद्धि के लिए यह ज़िम्मेदार है.

भारत में JN. 1 वैरिएंट का हाल

आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ राजीव बहल ने कहा कि केरल में 8 दिसंबर के दक्षिणी राज्य के तिरुवनंतपुरम ज़िले के काराकुलम से आरटी-पीसीआर पॉजिटिव नमूने में मामले का पता चला था. उन्होंने कहा कि नमूना 18 नवंबर को आरटी-पीसीआर पॉजिटिव पाया गया था. 79 वर्षीय महिला में इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) के हल्के लक्षण थे और वह तब से कोविड से उबर चुकी हैं. केंद्रीय मंत्रालय केरल स्वास्थ्य विभाग के साथ नियमित संपर्क में है और राज्य में विभिन्न प्रवेश बिंदुओं की निगरानी कर रही है.

JN.1 कोविड सब-वेरिएंट के लक्षण

दिल्ली के गंगा राम अस्पताल में चेस्ट मेडिसिन के वरिष्ठ सलाहकार, डॉ उज्जवल प्रकाश ने बताया कि जेएन.1, विश्व स्तर पर देखे गए अन्य वैरिएंट और उप वैरिएंट के समान, एक हल्का वैरिएंट है, जो ऊपरी श्वसन संबंधी लक्षण पैदा करता है. बताये गए लक्षणों में बुखार, नाक बहना, गले में खराश, सिरदर्द और कुछ मामलो में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण शामिल हैं. इसके अलावा, डॉक्टर ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि अधिकांश रोगियों को इन हलके ऊपरी श्वसन लक्षणों का अनुभव होता है, जो आमतौर पर चार से पांच दिनों के अंदर ठीक हो जाते हैं. कुछ रोगियों में कुछ लक्षण दूसरों की तुलना में अधिक गंभीर हो सकते हैं, लेकिन, लगभग यह संक्रमण किसी भी अन्य वायरल संक्रमण की तरह ही होता है,”

डॉ द्वारा दी गयी सलाह

डॉ. प्रकाश ने सलाह दी है कि वायरल संक्रमण के लक्षणों वाले व्यक्तियों को तुरंत खुद को ढंकना चाहिए, संक्रमण फैलने के जोखिम को कम करने के लिए मास्क पहनना चाहिए और जल्दी परीक्षण कराना चाहिए. डॉक्टर ने कहा, “यदि लक्षण बने रहते हैं, तो व्यक्तियों को खुद को आम जनता से अलग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.”

भारत में कोविड का हाल

शनिवार को भारत में एक दिन में 339 नए कोविड​​​​-19 संक्रमणों की वृद्धि दर्ज की गई. रिपोर्ट किए गए मामलों की संख्या शुक्रवार को दर्ज किए गए 312 मामलों से अधिक थी. स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, सक्रिय केसलोएड बढ़कर 1,492 हो गया है.

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