Rajasthan Congress News: राजस्थान में कांग्रेस को बुरी हार का सामना करना पड़ा है. कांग्रेस आलाकमान ने प्रदेश नेतृत्व से हार के कारणों की जानकारी मांगी थी. हार की समीक्षा करने के बाद राज्य के पार्टी नेताओं ने दिल्ली में आलाकमान को अपनी रिपोर्ट भेजी है. रिपोर्ट में हार के कारणों के बारे में बताया गया है. सूत्रों की मानें तो इस रिपोर्ट में प्रस्तुत कारणों से आलाकमान पूरी तरीके से संतुष्ट नहीं है. बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में पार्टी एक विस्तृत रिपोर्ट भी भेज सकती है.
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कांग्रेस ने इन्हें ठहराया जिम्मेदार
आलाकमान को सौंपी गई रिपोर्ट में कांग्रेस ने हार के कई कारणों को बताया है. इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार का काम अच्छा रहा, योजनाएं भी अच्छी थीं, बस स्थानीय उम्मीदवार उन्हें लोगों तक पहुंचा नहीं सके. कांग्रेस ने कहा कि स्थानीय प्रत्याशी यह विश्वास दिलाने में असमर्थ हुए कि सरकार जाने के बाद योजनाएं बंद हो सकती हैं.
बताए गए हार के और कारण
अपनी रिपोर्ट में कांग्रेस ने कहा कि बड़े नेता और मंत्री भाजपा के खिलाफ आक्रमक अभियान चलाने में सफल नहीं हो पाए. साथ ही कई बड़े नेता ऐसे भी रहे जो केवल अपने क्षेत्रों तक ही सीमित रह गए. वो बाहर ही नहीं निकले जिस वजह से हार का सामना करना पड़ा. कांग्रेस ने अपनी रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र किया है कि कई प्रत्याशी सरकार की योजनाओं को ठीक तरह से बता नहीं पाए. वहीं, जिन सीटों पर हार का मार्जिन कम रहा है, वहां के बारे में पार्टी ने कहा कि उन पर वोटर्स को मुस्तैदी के साथ बूथ पर नहीं लाया गया. बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के ध्रुवीकरण के कारण प्रदेश में पार्टी की हार हुई है.
नेता प्रतिपक्ष के लिए पार्टी में मंथन
राजस्थान में बीजेपी ने सरकार बना ली है राज्य में कांग्रेस अब मुख्य विपक्षी दल के तौर पर है. ऐसे मेंं कांग्रेस को नेता प्रतिपक्ष चुनना होगा. इस स्थिति में कांग्रेेस नेता प्रतिपक्ष चुनने की कवायद में लगी है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नेता प्रतिपक्ष की दौड़ में सबसे आगे सचिन पायलट हैं. इतना ही नहीं कई लोगों का कहना है कि इस लिस्ट में हरीश चौधरी और नरेंद्र बुडानिया का भी नाम शामिल है.