Accident: सड़क किनारे खड़े थे दो सगे भाई, स्कूल बस ने रौंदा, मौत, गम के सागर में डूबे परिजन

Ved Prakash Sharma
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Shahjahanpur News: यूपी के शाहजहांपुर से भीषण सड़क दुर्घटना की खबर आ रही है. यहां बृहस्पतिवार की सुबह एक स्कूली बस ने सड़क किनारे खड़े दो सगे भाइयों को रौंद दिया, जिससे दोनों की दर्दनाक मौत हो गई. बताया जा रहा है कि अपने पिता के साथ दोनों बच्चे स्कूल जा रहे थे. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए.

पिता के साथ स्कूटी से स्कूल जा रहे थे बच्चे
जानकारी के अनुसार, खुटार के हरिपुर गांव निवासी गुरमेल सिंह के पुत्र जीतपाल सिंह (14 वर्ष) और हरमीत सिंह (9 वर्ष) गांव रूरा के संत सुखदेव सिंह हायर सेकेंडरी स्कूल में कक्षा नौ और कक्षा दो के छात्र थे. बृहस्पतिवार सुबह लगभग साढ़े नौ बजे गुरमेल सिंह दोनों बच्चों को स्कूटी से स्कूल छोड़ने जा रहे थे.

सड़क किनारे खड़े बच्चे कर रहे थे पिता का इंतजार
इसी दौरान गांव उदरा के पास गुरमेल सिंह स्कूटी खड़ी कर लघुशंका करने चले गए. दोनों बच्चे स्कूटी के पास ही खड़े होकर पिता के आने का इंतजार कर रहे थे. इस बीच बच्चों को लेकर जा रही एक स्कूल बस स्कूटी सहित बच्चों को रौंदते हुए आगे निकल गई. चालक बस सहित फरार हो गया. इस दुर्घटना में हरमीत सिंह की मौके पर ही मौत हो गई. जबकि जीतपाल गंभीर रूप से घायल हो गया.

एक ने मौके पर और दूसरे ने अस्पताल में तोड़ा दम
पिता गुरमेल की सूचना पर तत्काल परिजन के लोग मौके पर पहुंचे और जीतपाल को खुटार सीएचसी ले गए, जहां डॉक्टरों ने जीतपाल को भी मृत घोषित कर दिया. परिजन दोनों के शव घर लाए. घटना की जानकारी होते ही मौके पर पास-पड़ोस के लोगों की भीषण लग गई. सूचना मिलने पर एसडीएम संजय कुमार पांडेय और सीओ पंकज पंत घटना स्थल पर पहुंचे और जानकारी ली. पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मामले की जांच में जुट गई.

दो भाइयों की मौत से परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
जीतपाल और हरमीत की मौत से गुरमेल सिंह के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है. परिवार के लोग गम के सागर में डूब गए. मां करमजीत कौर, दादा लखविंदर सिंह, दादी स्वर्ण कौर, चाचा सुखदेव सिंह का रो-रोकर बेहाल थे. बिलख रहे लोगों को सांत्वना देने वालों की आंखें भी छलछला जा रही थी. गुरमेल सिंह की एक बेटी की बीमारी से पहले ही मौत हो चुकी है. दो बेटे थे, जो सड़क हादसे में इस दुनिया से चल बसे. घटना को लेकर लोग ऊपर वाले की दुहाई देते रहे.

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