लखनऊः अगले वर्ष 22 जनवरी को श्रीराम मंदिर का उद्घाटन एवं प्राण प्रतिष्ठा समारोह होना है. इसको लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही है. इसी कड़ी में शनिवार को उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अयोध्या में स्वास्थ्य विभाग के आला एवं स्थानीय अफसरों के साथ समीक्षा बैठक की. इस दौरान डिप्टी सीएम स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
बर्दाश्त नहीं की जाएगी किसी प्रकार की कोताही
डिप्टी सीएम ने कहा कि अयोध्या में कुम्भ जैसी स्वास्थ्य सुविधाएं रखें. इसमें किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. इस समारोह में शामिल होने के लिए देश-दुनिया से कई गणमान्य श्रद्धालु, नेता, साधु-संत और लाखों राम भक्त पहुंचेंगे.
अयोध्या के अंतराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय एवं आर्ट गैलरी के सभागार में आयोजित बैठक में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अयोध्या में आयोजित इस समारोह के लिए उच्च स्तर की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने की हमारी जिम्मेदारी है.
इमरजेंसी सेवाओं को दुरुस्त रखें
उन्होंने निर्देश दिया कि अयोध्या एवं आसपास के जिलों में संचालित अस्पतालों के अतिरिक्त वैकल्पिक चिकित्सा इंतजाम भी रखे जाएं. इमरजेंसी सेवाओं को दुरुस्त रखें. प्राइवेट अस्पतालों के बेडों एवं आईसीयू की लिस्ट भी बनाएं. महिला चिकित्सालयों को अलर्ट मोड पर रखें.
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा
डिप्टी सीएम ने मौजूदा बेडों की संख्या, चिकित्सकों की अतिरिक्त व्यवस्था, कंट्रोल रूम, ब्लड बैंक, एंबुलेंस, एक्स-रे मशीन, ऑक्सीजन प्लांट, अस्पताल परिसर में तीमारदारों को लिए रुकने, खान-पान, पेयजल, अल्ट्रासाउंड मशीनों, बर्न यूनिट, 50 अतिरिक्त एंबुलेंस, प्राइवेट स्तर से कैथ लैब की स्थापना, हेल्प डेस्क, बाहर की दवाएं न लिखने सहित अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए.