क्रिसमस के बारे में 21 दिलचस्प तथ्य, जानें

क्रिसमस एक ऐसा त्योहार है जो पूरे विश्व में बहुत प्रसिद्ध है. क्रिसमस को ईसाई धर्म के अलावा दूसरे धर्म के लोग भी उत्साह के साथ मनाते है. क्रिसमस हर वर्ष 25 दिसंबर को मनाया जाता है.

जो खास तौर पर जीसस क्राइस्ट और सांता क्लॉज़ के रूप में याद किया जाता है. क्रिसमस के बारे में कई ऐसी बातें है जो आपको जाननी चाहिए. क्रिसमस के बारे में 21 मजेदार रोचक तथ्य.

क्रिसमस का त्योहार हर वर्ष 25 दिसम्बर को मनाया जाता है.

आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च में क्रिसमस 6 जनवरी को मनाया जाता है.

यह एक मात्र ऐसा त्योहार है जिस दिन लगभग पूरे विश्व में अवकाश रहता है.

क्रिसमस के दिन से 12 दिन तक क्रिसमसटाइड उत्सव की शुरुआत होती है.

क्रिसमस को बड़ा दिन भी कहा जाता है.

कई देशों क्रिसमस को सेंट स्टीफेंस डे या फीस्ट ऑफ़ सेंट स्टीफेंस भी कहा जाता है.

क्रिसमस प्रभु यीशु यानी ईसा मसीह के जन्म की ख़ुशी में मनाया जाने वाला पर्व है.

माना जाता है की जीसस क्राइस्ट का जन्म 7 से 2 ई. पू. हुआ था.

प्रभु ईसा मसीह की शिक्षाओ को लोग इस दिन पढ़ते है और उनका अनुसरण करते है. ईसा मसीह ने दुनिया को एकता और भाईचारे की सीख दी व लोगों को भगवान के करीब रहने का मार्ग भी दिखाया. 

क्रिसमस के पहले दिन 24 दिसम्बर से ही कई यूरोपीय देशो में समारोह शुरू हो जाते है.

क्रिसमस की तैयारी 12 दिन बाद यानी 5 जनवरी की शाम को उतार दिया जाता है.

क्रिसमस को कई धर्मनिरपेक्ष और गैर ईसाई लोग भी एक सांस्कृतिक उत्सव के रूप में सेलिब्रेट करते है.

ब्रिटेन व राष्ट्रमंडल देशों में क्रिसमस का अगला दिन यानी 26 दिसम्बर बॉक्सिंग डे के रूप मे मनाया जाता है.

क्रिसमस में सांता क्लॉज़ का बड़ा महत्व है. बिना सांता क्लॉज़ के क्रिसमस के त्योहार की कल्पना नहीं की जा सकती.

सांता क्लॉज़ को क्रिसमस के दिन कई लोग याद करते है जो बच्चो के लिए तोहफे लाते है.

क्रिसमस को पश्चिमी देशो से बाहर प्रसिद्ध करने में अंग्रेजो की प्रमुख भूमिका थी. अपने शासनकाल में अंग्रेजो ने विश्व में ईसाई धर्म का बहुत प्रचार किया.

क्रिसमस के मौके पर चर्च में समारोह व सजावट होती है व लोग एक–दूसरे को उपहार देते है.

लगभग हर जगह क्रिसमस के पर्व पर क्रिसमस के पेड़ को रंग–बिरंगी रोशनी से सजाया जाता है.

सांता क्लॉज को लेकर मान्यता है की चौथी शताब्दी में संत निकोलस जो तुर्की के मीरा नामक शहर के बिशप थे वही असली सांता थे. जो गरीबों को हमेशा गिफ्ट देते थे.

आज भी कई जगह लोग क्रिसमस के अवसर पर नकली सांता क्लॉज बनकर आते है और बच्चो को गिफ्ट देते है.