Jagadguru Rambhadracharya: अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का काम काफी तेजी से चल रहा है. करीब 500 सालों के संघर्ष के बाद प्रभु श्रीराम अपने मंदिर में विराजमान होने जा रहे हैं. रामलला के भव्य एवं दिव्य प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियां अंतिम चरण में हैं. आगामी साल 22 जनवरी 2024 को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस बीच जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने राम मंदिर बनने का क्रेडिट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है. साथ ही जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने 2024 के चुनाव में पीएम मोदी की जीत पर भी बात की है.
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने की प्रधानमंत्री की तारीफ
दरअसल, एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि 2024 में एक बार फिर से नरेंद्र मोदी सत्ता में आएंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का श्रेय नरेंद्र मोदी को जाता है. इतना ही नहीं जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने विपक्ष पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस सोनिया गांधी ने राम मंदिर और राम का विरोध किया था.
खुशी का नहीं है कोई ठिकाना
अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि जैसै त्रेतायुग में 14 साल के बाद प्रभु श्रीराम वापस अयोध्या आए थे और वहां के लोगों की खुशी का ठिकाना नहीं था. ठीक वैसे ही मुझे प्रसन्नता है. उन्होंने कहा कि मैं बहुत खुश हूं कि मेरा ज्ञान भगवान राम के काम आ रहा है.
मंदिर निर्माण में मोदी सरकार का रोल काफी अहम
अयोध्या में राम मंदिर को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि अगर अयोध्या में राममंदिर का निर्माण हो रहा है तो कहीं ना कहीं केंद्र सरकार की भूमिका है साथ में कोर्ट का भी निर्णय आया है. उन्होंने कहा कि हमारी गवाही हुई और केंद्र सरकार ने हमारी मदद की. यह हिंदुओं का अभ्युदय काल है. इतना ही नहीं जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने आप के संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को लेकर कहा कि उनका वाक्य महत्वपूर्ण नहीं है. वह अवसरवादी व्यक्ति हैं.
2024 में फिर से मोदी आएंगे
मोदी सरकार की वापसी को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि मोदी आने वाले चुनाव में जीत दर्ज करेंगे ये मेरा विश्वास है. जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा कि मंदिर का श्रेय नरेंद्र मोदी को ही जाएगा क्योंकि उन्होंने हमारी मदद की थी. वहीं, उन्होंने कहा कि सोनिया ने विरोध किया था. सोनिया गांधी ने पत्र लिखा था कि भगवान श्रीराम अयोध्या में पैदा ही नहीं हुए थे. उस समय मनमोहन प्रधानमंत्री थे. जबकि पत्र में लिखा था कि राम जी अयोध्या में पैदा नहीं हुए, इसका हमने खंडन भी किया था.