Hydrabad News: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानी एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी अपने कटू बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में रहते हैं. हाल ही में उन्होंने देश में मस्जिदों को बचाने को लेकर एक विवादित टिप्पणी की थी. अब एक बार वह फिर अपने बयान को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. ओवैसी ने इस बार कहा कि सीएए संविधान विरोधी कानून है. अगर ये लागू हुआ तो देश के साथ घोर अन्याय होगा.
जानिए क्या बोले ओवैसी
दरअसल, समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सीएए संविधान विरोधी है, यह एक कानून है जो धर्म के आधार पर बनाया गया है. सीएए को एनपीआर-एनआरसी के साथ पढ़ा और समझा जाना चाहिए जो इस देश में आपकी नागरिकता साबित करने की शर्तें रखेगा.
ओवैसी ने कहा कि यदि ऐसा होता है तो यह घोर अन्याय होगा, विशेषकर मुसलमानों, दलितों और भारत के गरीबों के साथ, चाहे वे किसी भी जाति या धर्म के हों.
#WATCH हैदराबाद, तेलंगाना: AIMIM अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "CAA संविधान विरोधी है। यह एक कानून है जो धर्म के आधार पर बनाया गया है। CAA को NPR-NRC के साथ पढ़ा और समझा जाना चाहिए जो इस देश में आपकी नागरिकता साबित करने के लिए शर्तें तय करेगा। यदि ऐसा होता है तो यह घोर अन्याय… pic.twitter.com/CRejHGOCG4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 3, 2024
मस्जिदों को लेकर दिया था विवादित बयान
हैदराबाद से सांसद और एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हाल ही में एक विवादास्पद बयान दिया था. उन्होंने देश के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं, मैं आपको बता रहा हूं, हमने अपनी मस्जिद खो दी है और आप देख रहे हैं कि वहां क्या किया जा रहा है. क्या आपके दिल में दर्द नहीं है? ओवैसी के इस बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया.
यह भी पढ़ें: ‘किया है भ्रष्टाचार ईडी के पास जाऊं कैसे…’, बीजेपी ने साधा दिल्ली के सीएम केजरीवाल पर निशाना