Winter Plant Care: सर्दियों में गार्डनिंग करते समय ध्यान दें ये बातें, फूलों से लदे और हरे-भरे रहेंगे पौधे

Raginee Rai
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Winter Plant Care: सर्दियों के मौसम में गार्डन में कई पौधों में रंग-बिरंगे फूल खिलते हैं.  इससे पूरा गॉर्डनर खूबसूरती से भरा रहता हैं, लेकिन साथ ही सर्दी भी बहुत ज्यादा होती है. ऐसे में पौधों को ठंड से बचाना बहुत जरूरी होता है. वरना पौधों से कई बार उनके पत्ते टूटकर गिरने लगते हैं साथ ही कई तरह की समस्याएं पौधों में देखने को मिलती हैं. इसलिए अगर आप अपने इंडोर व आउटडोर पौधों को सुरक्षित रखना चाहते हैं, तो आपको मालूम होना चाहिए कि सर्दियों में क्या करना चाहिए और क्या नहीं. तो आइए जानते हैं कि गार्डनिंग करते समय क्‍या करना चाहिए और क्‍या नहीं…

क्या करें?

– इस बात पर ध्यान रहें कि पौधों की सिंचाई नियमित और संतुलित तरीके से हो.

– सर्दियों में नमी के कारण पौधों को पानी की कम जरूरत होती है, इसलिए जब तक गमले की मिट्टी ऊपर से 2 इंच तक सूखी न हो, तब तक पौधों में पानी न दें.

-पौधों के लिए धूप की जरूरत का भी ध्यान रखें. फल और फूल देने वाले पौधों को तेज धूप की आवश्‍यकता होती है, इसलिए उन्हें ऐसी जगह शिफ्ट करें, जहां तेज धूप आती हो. बात करें इंडोर प्लांट्स की तो उनके लिए भी थोड़ी धूप जरूरी है, इसलिए उन्हें किसी ऐसी जगह रखें, जहां धूप आती हो.

– सप्ताह में एक बार पौधों की गुड़ाई करनी जरूरी होता है. इससे जड़ों को सांस लेने के लिए हवा मिलती है और उनकी ग्रोथ अच्‍छी हो पाती है. प्‍लांट्स को फंगस से बचाना बहुत जरूरी है. इसलिए 15 दिनों के अंतराल पर नीम ऑयल स्प्रे करें. यह तरीका फंगस और कीटाणुओं से बचाने का काम करेगा.

– इस मौसम में कई बार पौधों की पत्तियां पीली होने लगती हैं, ऐसे में कैंची या कटर से उन पत्तियों और टहनियों को काटकर अलग कर दें.

– पौधों को अच्छी तरह धोएं. इससे पत्तियों पर जमी धूल-मिट्टी हट जाएगी और वो एकदम फ्रेश दिखेगें.

क्या न करें?

– पौधों में ज्यादा पानी न दें, वरना इससे जड़े गल सकती हैं.

– ठंडी में पौधों को खाद की जरूरत नहीं होती, इसलिए उन्हें बिना मतलब के खाद न दें. आप चाहें तो 15 दिनों के अंतराल पर लिक्विड मेन्योर दे सकते हैं.

– इस मौसम में रीपॉटिंग यानी गमला बदलने की कोशिश कतई न करें.

-सकेलेंट प्रजाति के पौधे, जैसे- जेड और रोज मॉस को हर रोज पानी देने की जरूरत नहीं है.

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