Delhi: दिल्ली से मन को व्यथीत करने वाली खबर आ रही है. यहां बुधवार को सुबह द्वारका के थाना सेक्टर-23 इलाके में अंगीठी जलाकर सोए दंपति सदा के लिए मौत की गहरी नींद में सो गए. ईश्वर की कृपा थी कि दो माह मासूम बच्चा इस हादसे का शिकार होने से बच गया.
बच्चे के रोने की आवाज आने पर पुलिस को दी सूचना
जानकारी के अनुसार, बुधवार की सुबह करीब साढ़े 9 बजे द्वारका के पोचनपुर गांव में पड़ोसी ने सूचना दी कि एक मकान में काफी देर से बच्चे के रोने की आवाज आ रही है. अंदर से दरवाजा बंद है. इस पर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंच गई.
दरवाजा तोड़कर घर में दाखिल हुई पुलिस
पुलिस ने दरवाजा खोलने के लिए पहले आवाज लगाया. अंदर से कोई आवाज न आने पर पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर गई. देखा कि दंपति अचेत अवस्था में पड़े में है. दोनों की पहचान गांव पेप्पुरा पीएस पनवाडी महोबा यूपी निवासी मानव और उसकी पत्नी नेहा के रूप में हुई. तत्काल दोनों को पीसीआर की मदद से नजदीकी अस्पताल वाया गया, जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया. जबकि बच्चा बाल-बाल बच गया.
दम घुटने के कारण दोनों की हुई मौत
बताया गया है कि मानव और नेहा दिल्ली में मजदूरी करते थे. क्राइम टीम के अलावा एफएसएल ने घटना स्थल का दौरान किया है. शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि सर्दी से बचने के लिए कमरे में जलाई गई अंगीठी की वजह से दम घुटने के कारण दोनों की मौत हुई. पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी. शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. उधर, इस घटना को लेकर लोगों में चर्चा हो रही है. लोग कह रहे हैं ईश्वर की कृपा थी कि बच्चा बच गया.