Arun Govil को रामानंद सागर ने क्यों बताया था राम के रोल के लिए अनफिट?

Arun Govil Birthday: अरुण गोविल ने रामानंद सागर के महाकाव्य 'रामायण' के टेलीविजन धारावाहिक में भगवान राम की भूमिका निभाई थी.

उन्होंने इस भूमिका को इतने दृढ़ विश्वास के साथ निभाया कि लोगों ने अभिनेता को भगवान के समान ही पूजनीय मानना शुरू कर दिया था.

अरुण गोविल ने कई इंटरव्यू में बताया जब सार्वजनिक कार्यक्रमों में लोग उनके चरणों में गिर पड़े थे. कई बार उन्हें शर्मिंदा होना पड़ा था.

आज 12 जनवरी को अरुण गोविल का 66वां जन्मदिन है. आइए आपको बताते हैं उन्हें 'रामायण' में भगवान राम की भूमिका कैसे मिली.

'रामायण' में राम का रोल करने से पहले अरुण गोविल ने कुछ फिल्मों में भी काम किया था. अरुण के भाई विजय की शादी लोकप्रिय अभिनेत्री तबस्सुम से हुई थी. 

अभिनेत्री ने अरुण गोविल को मशहूर निर्देशक सूरज बड़जात्या के दादा और निर्माता ताराचंद बड़जात्या से मिलवाया था. इसके चलते उन्हें 1977 की फिल्म 'पहेली' में कास्ट किया गया.

फिल्म 'सावन को आने दो' व 'सांच को आंच नहीं' में काम करने के बाद उन्हें स्टारडम मिला. तब रामानंद सागर ने पहले अरुन गोविल को 80 के दशक के शो 'विक्रम और बेताल' में राजा विक्रमादित्य के रूप में कास्ट किया.

जब ये शो जनता के बीच बहुत लोकप्रिय हुआ, तो अरुण गोविल ने रामानंद सागर की 'रामायण' में ऑडिशन देने का फैसला किया.

अरुण गोविल को भरत या लक्ष्मण की भूमिका के लिए लिया गया था, लेकिन वह भगवान राम की भूमिका करने के लिए जिद कर रहे थे. इस रोल के शुरुआती स्क्रीन टेस्ट में उन्हें रिजेक्ट भी कर दिया गया था.

तब रामानंद सागर ने कहा था कि वह इस रोल के लिए फिट नहीं हैं. उन्हें रामानंद सागर के बेटे प्रेम सागर, मोती सागर और आनंद सागर ने भरत और लक्ष्मण का किरदार निभाने के लिए कहा.

तब लेकिन अरुण गोविल ने कहा, 'मैं भगवान राम की भूमिका निभाना चाहता हूं. अगर मैं इसके लिए उपयुक्त नहीं हूं, तो कोई बात नहीं'. 

इसके बाद रामानंद सागर ने उन्हें फोन किया और कहा कि दर्शकों को उनके जैसा भगवान राम कभी नहीं मिलेगा. इसके बाद प्रभु राम की भूमिका दी गई.