देश के विभिन्न हिस्सों में ऐसे मनाई जाती है मकर संक्रांति, जानिए

भारत की संस्कृति अलग-अलग प्रकार के लोग, भाषा, व्यवहार और धर्म से भरी है और यही चीज हमारे त्योहारों को भी खास बनाती है.

मकर संक्रांति देशभर में मनाया जाने वाला एक ऐसा ही प्रमुख त्योहार है, जो फसल कटाई की खुशी, सूर्य का उत्तरायण यानी मकर राशि में प्रवेश और नई शुरुआत का प्रतीक है.

लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस एक त्योहार को भारत के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग नामों से मनाया जाता है? आइए आज जानते हैं. 

पंजाब में मकर संक्रांति को लोहड़ी के नाम से जाना जाता है. लोहड़ी की रात लोग खुले मैदान में आग जलाते हैं, उसके चारों ओर नाचते-गाते हैं और रेवड़ी व मूंगफली का प्रसाद चढ़ाते हैं.

तमिलनाडु में मकर संक्रांति को पोंगल के नाम से मनाया जाता है. यह चार दिनों का उत्सव होता है, जिसमें पहले दिन घर की सफाई की जाती है, दूसरे दिन मीठा पोंगल बनाया जाता है.

तीसरे दिन मसालेदार पोंगल बनाया जाता है और चौथे दिन मवेशियों की पूजा की जाती है.

केरल में मकर संक्रांति को विशु के नाम से जाना जाता है. विशु का दिन बेहद खास माना जाता है.

सुबह उठते ही लोग 'विशुकानी' देखते हैं, जो फल, फूल, धान के खेत और सोने के सिक्के से सजाया हुआ एक पवित्र दृश्य होता है.

उत्तराखंड में मकर संक्रांति को उत्तरायणी के नाम से जाना जाता है. इस दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं, देवी-देवताओं की पूजा करते हैं और लोक नृत्य करते हैं.

गुजरात में मकर संक्रांति को उत्तरायन के नाम से जाना जाता है. इस दिन लोग तिल के लड्डू खाते हैं, पतंग उड़ाते हैं और खुशियां मनाते हैं.