देखते बनती है राम मंदिर परिसर में लगे स्वर्ण मंडित दरवाजों की भव्यता, देखें  

22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के भव्य कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मंदिर को इस तरह बनाया जा रहा है कि इस पर लंबे समय तक नुकसान का असर न हो.

यूपी के अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन 22 जनवरी, 2024 को है, जबकि आज यानी 16 जनवरी को हफ्ते भर‌ चलने वाले पूजन कार्यक्रम का आगाज हुआ.

राम मंदिर परिसर में कुल 14 स्वर्ण मंडित द्वार लगाए गए हैं जिन पर हाथी, कमल और मोर आदि की आकृति उकेरी गई है. 14 में से कुछ दरवाजे मंदिर के गर्भगृह पर भी लगाए गए हैं.

मंदिर परिसर के भूतल पर लगे इन दरवाजों की भव्यता देखते बनती है.

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से कहा गया कि मंदिर के भूतल पर सभी 14 स्वर्ण जड़ित दरवाजों की स्थापना का काम पूरा हो गया है. मंदिर में ऐसा पहला दरवाजा 8 जनवरी 2024 को लगाया गया था.

महासचिव चंपत राय के अनुसार, मंदिर निर्माण 1,000 साल के हिसाब से हुआ है. इतने साल तक इसे मरम्मत की जरुरत नहीं पड़ेगी. मंदिर के निर्माण में सीमेंट, कंक्रीट और लोहे का प्रयोग नहीं हुआ है.

मंदिर के गर्भगृह में राम बालरूप में नजर आएंगे. प्रथम तल पर श्रीराम दरबार होगा, जबकि मंदिर भक्तों (दिव्यांगों और बुजुर्गों) की सुविधा के लिए उस किस्म का इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करा रहा है.

मंदिर तीन माले का होगा. हर मंजिल की ऊंचाई 20 फुट है और टेंपल में 392 खंभे और 44 द्वार हैं. वैसे, पूरे मंदिर को बनने में दो से तीन साल का समय लगेगा.