Japan: जापान ने अमेरिका के साथ 400 भूमि-आधारित टॉमहॉक क्रूज मिसाइलों के सौदे पर किए हस्ताक्षर

Shivam
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Japan: बढ़ती चीनी सैन्य ताकत और परमाणु सशस्त्र उत्तर कोरिया का सामना करते हुए, जापानी सरकार 2027 तक अपने रक्षा खर्च को दोगुना कर नाटो मानक जीडीपी के दो प्रतिशत तक लाने की योजना बना रही है. जापान ने अपने क्षेत्रीय सुरक्षा खतरों का सामना करने के लिए, गुरूवार को अपने सहयोगी संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ 400 लम्बी दूरी की टॉमहॉक मिसाइलें खरीदने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये.

जापान ने बढ़ाया वार्षिक रक्षा खर्च
प्रधानमंत्री फुमिओ किशिदा की सरकार ने 2027 तक अपने वार्षिक रक्षा खर्च को लगभग 10 ट्रिलियन येन ($68 बिलियन) तक दोगुना करने का वादा किया है, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन के बाद जापान को दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य खर्च करने वाला देश बना देगा. सरकार का कहना है कि चीन और उत्तर कोरिया की धमकियों के कारण जापान द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अपने “सबसे गंभीर” सुरक्षा माहौल का सामना कर रहा है, जिसके कारण उसे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन और अन्य मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाना पड़ रहा है.

नॉर्वेजियन संयुक्त स्ट्राइक मिसाइल खरीदने के लिए भी करार
नवंबर में अमेरिका ने दो प्रकार के टॉमहॉक्स – 200 ब्लॉक IV मिसाइलों और 200 उन्नत ब्लॉक V संस्करणों की 2.35 बिलियन डॉलर की बिक्री को मंजूरी दी. अधिकारियों ने कहा कि इन्हें युद्धपोतों से लॉन्च किया जा सकता है और 1,600 किलोमीटर (1,000 मील) दूर स्थित लक्ष्य पर हमला किया जा सकता है.

जापानी मंत्रालय ने कहा कि उसने अक्टूबर में वित्तीय वर्ष 2026 से नॉर्वेजियन निर्मित संयुक्त स्ट्राइक मिसाइल खरीदने के लिए एक और अनुबंध पर हस्ताक्षर किये. संयुक्त स्ट्राइक मिसाइलों जिनकी रेंज लगभग 500 किलोमीटर है, को एफ-35ए स्टील्थ लड़ाकू विमान पर लोड किये जाने की उम्मीद है.

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