India News: पीएस आईजीआई हवाई अड्डे के कर्मचारियों ने बेंगलुरु से फर्जी पासपोर्ट/वीजा रैकेट में शामिल एक जालसाज को पकड़ा है। यह मामला पांच लाख रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा है। इससे संबंधित एफआईआर संख्या 68/22 यू/एस 420/468/471/120बी आईपीसी पीएस आईजीआई एयरपोर्ट के तहत दर्ज की गई। पीड़ितों को सस्ती दरों पर विदेशों के लिए स्वीकृत वीजा देने का जालसाजों ने झांसा दिया था। जांच टीम एक एजेंट मुस्कान उर्फ मनप्रीत कौर को पहले अरेस्ट किया गया था, जिसने खुलासा किया था कि उनका रैकेट दुबई में एक अन्य एजेंट के साथ मिलकर काम करता था। अब आरोपी का बैंक खाता फ्रीज करवा दिया गया है, जिसमें 1.5 लाख- रुपये थे, जो ठगी गई रकम का एक हिस्सा है। मालूम चला है कि बाकी रकम उसने अपने रिश्तेदारों को ट्रांसफर कर दी थी। उन्होंने आसान तरीके से पैसा कमाने के लिए भोले-भाले लोगों को धोखा देना शुरू कर दिया, ताकि वे विलासितापूर्ण जीवन शैली के अपने खर्चों को पूरा कर सकें।
अधिकारियों के अनुसार, उसकी पहचान कर्नाटक के बेंगलुरु में गोविंद राज, 7th क्रॉस, निवासी सादिकुल्ला बेग पुत्र अमीर जान के तौर पर हुई है। बताया जा रहा है कि बीओआई स्टाफ की शिकायत पर पीएस आईजीआई हवाई अड्डे पर आईपीसी की धारा 420/468/471/120बी, 12 पीपी अधिनियम के तहत एक मामला एफआईआर संख्या 68/22 दर्ज किया गया था, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि एक शख्स हरविंदर सिंह धनोआ पुत्र सुरिंदर सिंह निवासी वीपीओ तलवंडी कलां, तहसील जगराओं, लुधियाना, पंजाब को नकली कनाडाई वीजा पर यात्रा करते हुए पाया गया, जो एक एजेंट मुस्कान उर्फ मनप्रीत कौर द्वारा प्रदान किया गया था। जांच के दौरान आरोपी मुस्कान उर्फ मनप्रीत कौर को अरेस्ट किया गया, जिसने खुलासा किया कि उसने लाखों रुपये का भुगतान किया था। वहीं, एक अन्य शख्स के खाते में भी रकम भिजवाई गई थी। वो शख्स सादिकुल्ला बेग-पुत्र अमीर जान था।
- कार्रवाई से जुड़ा अन्य विवरण यहां दिए गए फोटो में मिलेगा.