इस देश में हजारों की तादाद में हैं मुस्लिम, लेकिन नहीं है एक भी मस्जिद

सभी देशों में अपने-अपने धर्म को मानने की आजादी है. हर धर्म के लोग प्रार्थना के लिए पूजास्‍थल बनवाते हैं.

लेकिन भारत का एक पड़ोसी देश ऐसा भी है, जहां हजारों मुसलमान रहते हैं, लेकिन उन्‍हें मस्जिद बनाने की आजादी नहीं है. आइए बताते हैं इसके पीछे का कारण और उस देश के बारे में. 

दुनियाभर में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर ये देश भूटान है. यहां की कुल आबादी 7.5 लाख है, जिसमें 75 फीसदी लोग बौद्ध धर्म का पालन करते हैं.

22.6 फीसदी हिंदू की आबादी है. वहीं, 5 से 7 हजार मुस्लिम. भूटान का प्रमुख और आधिकारिक धर्म बौद्ध धर्म है, जो भूटान को विरासत में मिला है.

यहां बौद्ध मंदिर व मठ के साथ कई हिंदू मंदिर भी हैं, लेकिन मुसलमान के लिए एक भी मस्जिद नहीं है.

भूटान में रहने वाले इस्‍लाम धर्म के लोग जकार में बने छोटे कक्ष में प्रार्थना करते हैं. यहां हर नागरिक को धार्मिक स्वतंत्रता दी गई है, लेकिन धर्म परिवर्तन पर सख्‍त पाबंदी है.

यहां की सरकार ने भूटानियों को गैर-बौद्ध धार्मिक भवन बनाने या गैर-बौद्ध त्योहार मनाने पर रोक लगाई हुई है.

भूटान में दूसरा सबसे ज्‍यादा प्रचलित धर्म हिंदू धर्म है. इसलिए यहां कई हिंदू मंदिर हैं. यहां कई हिंदू त्योहार भी मनाए जाते हैं.

बौद्ध धर्म के आगमन से पहले बॉन धर्म भूटान का प्रमुख धर्म था. अभी भी कई अभिजात वर्ग इस धर्म का पालन करते हैं. इस धर्म में प्रकृति और पशु बलि की पूजा की जाती है. 

ऐसे में कई जल निकायों और कुछ जानवरों खासकर ड्रैगन को पवित्र माना जाता है.