Ram Mandir Budget: राम नगरी अयोध्या दुल्हन की तरह सजकर तैयार है. कल रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इस खास मौके पर देश के नेता राजनेता से लेकर कई बड़ी-बड़ी हस्तियां शामिल होंगी. राम मंदिर वास्तव में बहुत भव्य और दिव्य बना है. ऐसे में अब लोगों के मन में सवाल उठ रहा है कि राम मंदिर के निर्माण में राज्य और केंद्र सरकार ने कितने खर्च किए हैं और राम भक्तों से कितना रुपया दान में मिला है. आइए जानते हैं सबकुछ…
2000 करोड़ रुपये के बजट का अनुमान था
दरअसल, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने एक निजी चैनल से बातचीत के दौरान राम मंदिर के खर्चों का ब्यौरा भी बताया. नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि ‘मंदिर का पहला नक्शा सिर्फ एक मंजिल का था. प्रधानमंत्री मोदी ने मंदिर को भव्य बनाने की राय दी. प्रधानमंत्री की राय के बाद दूसरा और तीसरा तल बना. मंदिर का निर्माण दैवीय आशीर्वाद से पूरा हुआ. 2000 करोड़ रुपये के बजट का अनुमान लगाया गया था. 5 लाख से ज्यादा गांवों से 3500 करोड़ रुपये दान मिला. मंदिर निर्माण में सरकार का एक पैसा भी नहीं लगाया गया.
जानिए कहां आया ज्यादा खर्च?
राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने कहा कि ‘795 मीटर लंबा परकोटा बनाने में मंदिर से ज्यादा खर्च आया. मंदिर के सबसे ऊंचे शिखर के ठीक नीचे रामलला की मूर्ति है. 31 दिसंबर 2024 तक मंदिर निर्माण पूरा हो जाएगा. रामनवमी के दिन रामलला के माथे पर सूर्य की किरणें पड़ेंगी. 12 बजे दिन में रामलला के माथे पर सूर्य की किरणें पड़ेंगी. मंदिर निर्माण में टेक्नोलॉजी का भरपूर इस्तेमाल किया गया है. प्रधानमंत्री का ज़ोर था, विरासत और विकास साथ चले. 2 से 3 साल में अयोध्या की अर्थव्यवस्था बदल जाएगी.
जानिए क्या बोले सीएम योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया है कि राम मंदिर निर्माण के लिए धनराशी कहां से आई है. उन्होंने अपने एक इंटरव्यू का वीडियो अपने ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया है. जिसमें उन्होंने बताया कि ‘कारसेवकों ने बलिदान दिया. इसके लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मार्गदर्शन था, विश्व हिंदू परिषद का नेतृत्व था और पूज्य संतों का आशीर्वाद था. उस आंदोलन से रामजन्मभूमि में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो रहा है. इसमें एक पाई भी सरकार ने नहीं दिया है. पैसा ना केंद्र की सरकार ने ही दिया और ना ही राज्य की सरकार ने. ये सारा का सारा पैसा रामभक्तों ने देश भर से दिया है, दुनिया भर से दिया है.’
एक पाई सरकार ने नहीं दी है, न केंद्र की सरकार ने, न राज्य की सरकार ने, मंदिर के किसी काम में नहीं!
ये सारा पैसा रामभक्तों ने देश भर से दिया है, दुनिया भर से दिया है… pic.twitter.com/m6DOFSdI4t
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) January 17, 2024
जानिए सरकार कहां खर्च कर रही है पैसा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि सरकार किन कामों पर पैसा खर्च कर रही है. उन्होंने कहा कि ‘सरकार राम मंदिर के बाहर के इंफ्रास्ट्रक्चर, जैसे रेलवे स्टेशन का काम, एयरपोर्ट का निर्माण, गेस्ट हाउस बनाने का काम, क्रूज सेवा, सड़क का चौड़ीकरण, पार्किंग की सुविधा जैसे कामों पर पैसा खर्च कर रही है. ये सब काम सरकार की पॉलिसी के तहत हो रहा है.’
ये भी पढ़ें-