Ayodhya Ram Mandir: भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के साथ ही आज (22 जनवरी) को अयोध्या देश में अब तक ऐसी पहली नगरी बन जाएगी, जहां पीएम के हाथों किसी मंदिर के शिलान्यास से लेकर प्राण-प्रतिष्ठा तक अनुष्ठान संपन्न होंगे. साथ ही ऐसी पहली नगरी भी बन जाएगी, जहां शिलान्यास से प्राण-प्रतिष्ठा तक के लिए एक ही पीएम तीन बार पहुंचेगा. पीएम मोदी आज रामलला को यह इतिहास बनाएंगे.
बता दें कि प्रधानमंत्री के रूप में मोदी पहली बार 5 अगस्त, 2020 को मंदिर के शिलान्यास के लिए श्रीराम जन्मभूमि पर पहुंचे थे. यह पहली बार था, जब कोई पीएम यहां पहुंचा. हालांकि, मोदी पहले भी रामलला के दर्शन करने वाले भाजपा नेता हैं. उन्होंने जनवरी 1992 में भाजपा के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मुरली मनोहर जोशी की एकता यात्रा के संयोजक के रूप में अयोध्या पहुंचने पर रामलला के दर्शन किए थे.
प्राण प्रतिष्ठा समारोह का हिस्सा बनेंगे मंदिर निर्माण से जुड़े श्रमिक
राम जन्मभूमि परिसर सहित पूरी अयोध्या को इस तरह सजाया गया है मानो रामायण युग जीवंत हो उठा है. प्राण प्रतिष्ठा के लिए रामजन्मभूमि परिसर को तैयार किया जा रहा है. महाराष्ट्र से आए साढ़े 7 हजार पौधों की खूबसूरती से श्रीराम जन्मभूमि परिसर दिव्यतम नजर आ रहा है. परिसर में नौ हजार वर्गफीट में विशाल पंडाल बनाया गया है. इसमें 13 ब्लॉक बने हैं, जो दो आकार में हैं. सभी अतिथियों के बैठने के लिए एक जैसी ही कुर्सियां होंगी. पंडाल में रेड कारपेट बिछाया जा रहा है. निर्माण से जुड़े श्रमिकों के लिए 350-450 कुर्सियां लगाई गई हैं. अतिथियों के लिए लंच पैकेट तैयार करने का काम पूरा हो चुका है. दस हजार लंच पैकेट दोपहर 12 बजे तक परिसर में पहुंचा दिया जाएगा, जिसमें बादाम बर्फी, मटर कचौड़ी, थेपला-पराठा, पूड़ी, गाजर मटर बींस की सब्जी, मिर्च आचार व आम आचार दिया जाएगा. इसके अलावा मेहमानों को फलाहार, बाजरा आधारित व्यंजन के साथ सात्विक शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा.