Direct Tax Collection: समय-समय पर केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) जमा किए गए टैक्स और उससे जुड़ी जानकारियों को जनता के साथ साझा करता है. इसी कड़ी में सीबीडीटी ने वित्त वर्ष 2022-23 के प्रत्यक्ष कर संग्रह को लेकर आंकड़ा जारी किया है. जिसमें बताया गया है कि वित्त वर्ष 2013-14 से लेकर 2022-23 के बीच प्रत्यक्ष कर संग्रह में 160.52% का उछाल दर्ज किया गया है.
सीबीडीटी के मुताबिक वित्त वर्ष 2013-14 में कर संग्रह जहां 6,38,596 करोड़ रुपये था, वहीं अब वित्त वर्ष 2022-23 में ये बढ़कर 16,63,686 करोड़ हो गया है. इसमें प्रत्यक्ष कर संग्रह 160.52% बढ़ा है.
वहीं सकल प्रत्यक्ष कर 2022-23 में 173.31% से अधिक की वृद्धि के साथ 19,72,248 करोड़ रुपये सकल प्रत्यक्ष कर का संग्रह हुआ है. अगर इसकी तुलना वित्त वर्ष 2013-14 से करें तो ये उस समय 7,21,604 करोड़ था. जिसमें 2022-23 में 173.31% से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.
इसके अलावा वित्त वर्ष 2022-23 में देशभर में ITR दाखिल करने वालों की कुल संख्या 7.78 करोड़ है, जो वित्त वर्ष 2013-14 में ये संख्या 3.80 करोड़ थी. ऐसे में ITR दाखिल करने वालों में 104.91% का उछाल भी आया है.
31 दिसंबर तक कितने रहे टैक्सपेयर्स?
आपको बता दें एसेसमेंट ईयर 2023-24 के लिए 31 दिसंबर तक टैक्स जमा करने वालों की संख्या 8.18 करोड़ हो गई है. वहीं, इसके पिछले एसेसमेंट ईयर में 7.51 करोड़ रहा था. 2023-24 के एसेसमेंट ईयर में 9 फीसदी से ज्यादा इनकम टैक्स दाखिल किए गए हैं.
डायरेक्ट टैक्स का टारगेट 18.23 लाख करोड़
सरकार ने 2023-24 के बजट में डायरेक्ट टैक्स से 18.23 लाख करोड़ रुपये जुटाने का टारगेट रखा है. यह पिछले वित्त वर्ष में जुटाये गये 16.61 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 9.75 प्रतिशत ज्यादा है.