Mission 2024: अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम और कर्पूरी ठाकुर को “भारत रत्न” के एलान के बाद प्रधानमंत्री और बीजेपी अब चुनाव प्रचार की ओर अपना रुख करने को तैयार है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2024 में पश्चिमी उत्तर प्रदेश से एक दुर्लभ तीसरे कार्यकाल के लिए अभियान शुरू करने की संभावना है. प्रधानमंत्री जो पूर्वी यूपी के वाराणसी लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते है.
25 जनवरी को बुलंदशहर से चुनाव अभियान शुरू करेंगे. प्रधानमंत्री गुरुवार को डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और कई हाईवे का शिलान्यास, लोकार्पण के साथ जनसभा को संबोधित करेंगे. यह रैली अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में रामलला के भव्य अभिषेक समारोह के कुछ ही दिनों बाद होगी. तैयारियों में शामिल पार्टी कार्यकर्ता और भाजपा नेता पर उत्तर प्रदेश के पश्चिमी शहर में भारी विशाल जनसमूह के पहुंचने की आशंका जाता रहे है. भारतीय जनता पार्टी ने दावा किया है कि रैली में करीब पांच लाख लोग शामिल होंगे .
क्या ख़ास है बुलंदशहर में?
यह देखते हुए कि वाराणसी प्रधानमंत्री मोदी का लोकसभा क्षेत्र है बुलंदशहर से अभियान शुरू करने के फैसले ने इस कारण को लेकर अटकलें तेज कर दी हैं. भाजपा जिसने 2014 के लोकसभा चुनावों में 80 में से 71 सीटें जीतकर उत्तर प्रदेश में जीत हासिल की थी, 2019 के आम चुनावों में 9 सीटों की गिरावट देखी गई. इसने 62 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की, जबकि इसके गठबंधन सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) ने दो सीटों पर जीत हासिल की.
2019 में छह निर्वाचन क्षेत्रों में हार के साथ, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की 14 सीटों में से आठ पर भाजपा का कब्जा है. रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री कथित तौर पर 2024 के चुनावों में इन सीटों पर बाजी पलटने की तैयारी कर रहे हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएम मोदी बुलंदशहर से चुनाव अभियान शुरू करने के लिए तैयार हैं, जिसका लक्ष्य पहले से लड़े गए क्षेत्रों में मतदाताओं और समर्थकों से जुड़ना और जीत का मंत्र साझा करना है.
विपक्षी दल का यह है हाल
बीजेपी जो अपने चुनाव प्रचार के लिए पूरी तरह तैयार है वही विपक्षी दल में राष्ट्रिय लोक दल की घोषणा के एक दिन बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने राज्य में सीट-बंटवारे के फॉर्मूले को अंतिम रूप देने के लिए कांग्रेस के साथ और अधिक चर्चा की आवश्यकता व्यक्त की. वही बंगाल में ममता बनर्जी ने और पंजाब में आम आदमी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ने के फैसला का एलान कर दिया है.
ये भी पढ़े: UP Diwas: सीएम योगी बोले- भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत का केंद्र बिंदु बन रहा यूपी