Arvind Kejriwal: राम की भक्ति में डूबे दिल्ली के सीएम, बोले रामराज्य से अच्छा कोई शासन नहीं…

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Arvind Kejriwal On Ramlala Pran Pratishtha: 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा के बाद से भक्तों की भारी भीड़ लगी हुई है. सरकार द्वारा भक्तों को सुविधापूर्वक दर्शन कराने की हर व्यवस्था की गई है. वहीं, विपक्ष द्वारा बार-बार राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया जा रहा है. हालांकि, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रामलला के प्राण प्रतिष्ठा से खुश हैं. उन्होंने कहा प्राण प्रतिष्ठा गर्व की बात है.

जानिए क्या बोले केजरीवाल

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्राण प्रतिष्ठा गर्व की बात है. प्रभु श्रीराम के जीवन से प्रेरणा मिलती है. प्रभु श्रीराम से त्याग की सीख मिलती है. भगवान श्रीराम जाति के आधार पर भेदभाव नहीं करते थे. उन्होंने माता शबरी के जूठे बेर खाए थे. पर आज हमारा समाज जाति के आधार पर पूरा बंटा हुआ है. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अभी कुछ दिन पहले 22 जनवरी के दिन के अयोध्या में श्रीरामलला जी की प्राण प्रतिष्ठा की गई. ये पूरे भारत और विश्व के लिए खुशी की बात है. एक तरफ जहां भगवान श्रीराम की भक्ति करनी है तो दूसरी तरफ उनका संदेश जीवन में अपनाना है.

राजपाठ त्याग कर चले गए थे वनवास

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि हम सब जानते हैं कि कैसे पिता जी के कहने पर श्रीराम अपना राजपाठ त्याग कर चले गए थे. अगले दिन सुबह भगवान राम अयोध्या के राजा बनने वाले थे. अचानक उनके पास संदेश आता है कि दशरथ जी बुला रहे हैं. माता कैकेई उनको बोलती हैं कि मैंने दो वर मांगे हैं. पहला, राम को 14 साल वनवास और दूसरा भरत को अयोध्या का राजा बनाया जाए. पूरी अयोध्या भगवान राम के साथ थी लेकिन उनको राजपाठ का मोह नहीं था. उन्होंने दो मिनट में बिना किसी दुख के वनवास जाने का फैसला ले लिया.

रामराज्य के प्रेरणा से चल रही दिल्ली सरकार

सीएम अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि दिल्ली में सरकार रामराज्य से प्रेरणा लेकर चल रही है. कोई भूखा ना सोए, कोई बिना छत के ना रहे. सबको समान शिक्षा मिले. अमीरों के बच्चे प्राइवेट स्कूल और गरीब के बच्चे सरकारी स्कूल में जाते हैं. दिल्ली में 9 साल में हमने इस प्रथा को बदला. प्राइवेट स्कूल से नाम कटवाकर अमीरों के बच्चे सरकारी स्कूलों में आ रहे हैं. सबको समान और बेहतर इलाज मिलना चाहिए. पैसे के अभाव में इलाज नहीं रुकना चाहिए. मोहल्ला क्लिनिक, पॉली क्लीनिक खोले. अस्पताल बेहतर किए. हम मुफ्त बिजली और फ्री पानी हम दे रहे हैं.

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