PoK: डॉन खबर की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के कब्ज़े वाले कश्मीर (पीओके) के गिलगित बाल्टिस्तान में सब्सिडी वाले गेहूं के दर में बढोत्तररी और अन्य शिकायतों के खिलाफ पूरी तरह से बंद और व्हील जाम हड़ताल के कारण लोगों का जीवन प्रभावित हुआ. गिलगित बाल्टिस्तान में लोगो का जीवन पूरी तरह से बंद हो गया है. वहां के सभी ज़िलों में लोग बड़े प्रदर्शन और रैलियां कर रहे है और इसीलिए सभी क्षेत्रों में यातायात निलंबित कर दिया गया है.
इसके इलावा गिलगित, स्कर्दू, डायमर, घाइजर, एस्टोर, शिघर, घनचे, खरमंग, हुंजा और नगर के विभिन्न इलाकों में दुकाने, बाज़ार,रेस्टोरेंट और व्यापर केंद्र शुक्रवार को बंद रहा. डॉन न्यूज़ के अनुसार आवामी एक्शन कमिटी ने व्यापारियों, ट्रांसपोर्टरों और होटल मालिकों का प्रतिनिधित्व करने वाले संघों के परामर्श से हड़ताल का आह्वान किया. हलाकि यह गिलगित बाल्टिस्तान सरकार के सब्सिडी वाले गेहूं की कीमतें बढ़ाने के फैसले के खिलाफ पिछले महीने से चल रहे विरोध का अगला चरण है.
इस बीच, विरोध प्रदर्शन जारी रहने के कारण, परिवहन की अनुपलब्धता के कारण निजी और सरकारी कार्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में उपस्थिति कम रही, जिससे लोगों को आवश्यक वस्तुएं खरीदने और यात्रा करने में कठिनाई हुई. प्रेसीडेंसी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, राष्ट्रपति ने राज्यपाल से कहा कि उन्होंने कार्यवाहक प्रधान मंत्री और वित्त मंत्री के साथ इस मुद्दे को उठाया है और उम्मीद है कि इसे जल्द ही हल किया जाएगा.
पूर्व प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ ने भारत के लिए रखी शर्त
डॉन के मुताबिक, पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पाकिस्तान में आगामी आम चुनाव के लिए अपने चुनावी घोषणा पत्र में भारत को शांति का संदेश देने का प्रस्ताव रखा है, इस शर्त के साथ कि भारत 2019 में कश्मीर की स्थिति के संबंध में अपना फैसला वापस ले लेगा.
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