Satnam Singh Sandhu: चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी के कुलपति सतनाम सिंह संधू (Satnam Singh Sandhu) को राज्यसभा सदस्य मनोनीत किया गया है. केंद्र सरकार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से मनोनीत किए जाने के बाद नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है. राज्यसभा से एक सदस्य के सेवानिवृत होने के बाद सतनाम सिंह संधू को राज्यसभा सदस्य के रूप में मनोनीत किया गया है. उनका राज्यसभा में कार्यकाल 6 साल का होगा. सतनाम सिंह संधू जल्द ही राज्यसभा सदस्य के रूप में शपथ लेंगे.
अग्रणी शिक्षाविदों में शामिल हैं सतनाम सिंह संधू
बता दें, सतनाम सिंह संधू एक किसान परिवार से आते हैं. इसके साथ ही मौजूदा समय में वो देश के अग्रणी शिक्षाविदों में उनका नाम शामिल है. सतनाम सिंह संधू का बचपन संघर्षों से भरा रहा है. पढ़ाई के लिए उन्हें काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. यही वजह है कि उन्होंने हर तबके और समाज के बच्चों को अच्छी और गुणवत्तापरक शिक्षा देने के लिए कदम बढ़ाए. जिससे देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे.
2001 में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज की की थी शुरुआत
2001 में मोहाली के लांडरां में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज की नींव रखकर विश्व स्तरीय शैक्षणिक संस्थान के निर्माण को अपने जीवन का मिशन बनाया और फिर चंडीगढ़ विश्वविद्यालय के गठन के साथ एक कदम आगे बढ़ाया. 2012 में क्यूएस वर्ल्ड रैंकिंग 2023 में चंडीगढ़ ग्रुप ऑफ कॉलेजेज को एशिया के निजी विश्वविद्यालयों में प्रथम स्थान मिला.
सतनाम सिंह संधु ‘इंडियन माइनॉरिटीज फाउंडेशन’ और न्यू इंडिया डेवलपमेंट फाउंडेशन के जरिए स्वास्थ्य और मानव कल्याण में सुधार और सांप्रदायिक सद्भाव को आगे बढ़ाने के लिए तमाम तरह के कार्यक्रम चला रहे हैं. उन्होंने न सिर्फ देश में अपनी छाप छोड़ी है, बल्कि विदेशों में भी प्रवासी भारतीयों के साथ बड़े पैमाने पर काम किया है.