अजीबोगरीब रिवाज! यहां विवाह से पहले दूल्हे दुल्हन को पिलाई जाती है शराब, फिर होती है शादी…

Shubham Tiwari
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Sub Editor The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Unique Wedding Tradition: भारत एक धर्म निरपेक्ष देश है. यहां अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग समुदाय द्वारा अलग-अलग रिवाजों के साथ शादी की पवित्र परंपरा निभाई जाती है. हर कोई अपने धर्म और समुदाय के रीतियों को फॉलो करके शादी करते हैं. लेकिन आज हम आपको जिस समुदाय के शादी के बारे में बता रहे हैं, उसकी परंपरा को सुनकर आप दांतो तले उंगलियां दबा लेंगे.

ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि यहां शादी की रस्म शुरू होने से पहले दुल्हन की मां और दुल्हन दूल्हे राजा को शराब पिलाती है. आइए जानते हैं शादी के इस अनोखे रिवाज के बारे में…

दूल्हे की मां पिलाती है शराब

दरअसल, भारत के सभी राज्यों में लोगों की अपने-अपने रीति-रिवाज और परंपराएं होती हैं. ऐसे में आज हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ राज्य के कवर्धा जिले की. जहां शादी का रिवाज सबसे अलग होता है. यहां की बैगा-आदिवासियों के विवाह में दुल्हन की मां दूल्हे को शराब पिलाती हैं. सासु मां के शराब पिलाने के बाद दुल्हन भी अपने हाथों से दूल्हे राजा को शराब पिलाती है और फिर दूल्हा भी दुल्हन को शराब पिलाता है. इसके बाद शादी के सभी रस्मों की शुरुआत की जाती है.

सभी लोग करते हैं शराब का सेवन

छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के बैगा आदिवासी समाज में विवाह के दौरान शराब पिलाने की रस्म में दुल्हा-दुल्हन को शराब पिलाने के बाद पूरा परिवार और रिश्तेदार एक साथ शराब का सेवन करते हैं. इसके बाद शादी धूमधाम से संपन्न होती है.

जानिए इस शादी की खासियत

छत्तीसगढ़ के बैगा समुदाय में विवाह की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां दहेज प्रथा पर पूर्णतः रोक है और किसी प्रकार का भी कोई लेनदेन नहीं किया जाता है. यहां शादी में ना तो कोई गिफ्ट दिया जाता है या नहीं किसी प्रकार का कोई डेकोरेशन होता और ना ही कोई पंडित नाउ होता है. ये लोग अपने परंपरा के हिसाब से शादी के सारे रस्मों को पूरा करते हैं. जिसमें दुल्हा-दुल्हन को शराब पिलाना प्रमुख है.

मातम में भी करते हैं शराब का सेवन

आपको बता दें कि शराब बुरी चीज है. शादी विवाह जैस पवित्र मांगलिक कार्यक्रम में इन सब चीज से लोग कोसों दूर रहते हैं. लेकिन छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले के बैगा-आदिवासियों का समुदाय इससे पूर तरह हट के है. इस समुदाय के लोग न सिर्फ शादी में ही शराब का सेवन करते हैं बल्कि मातम के समय भी किए जानें वाले क्रिया कर्म में मदिरा का सेवन करते हैं. बताया जाता है कि यह लोग सिर्फ महुए से निर्मित शराब का सेवन करते हैं.

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