RBI: भारतीय रिजर्व बैंक के गर्वनर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को तीन दिवसीय मौद्रिक नीति बैंक में लिए गए फैसलों का एलान किया. इस बार भी केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा. आरबीआई की तरफ से रेपो रेअ को स्थिर रखने के फैसले से आम लोगों की ईएमआई कम होने की संभावना खत्म हो गई. लेकिन आरबीआई गवर्नर दास ने डिजिटल करेंसी ई-रुपये (E-Rupee) को लेकर बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि अब इसका इस्तेमाल ऑफलाइन भी किया जा सकेगा.
शक्तिकांत दास ने कहा कि जल्द ही सीमित इंटरनेट कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों भी ई-रुपये के जरिये ट्रांजेक्शन किया जा सकता है. उन्होंने बताया कि ऑफलाइन क्षमता को केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) पायलट प्रोजेक्ट पर पेश किया जाएगा.
पायलट प्रोजेक्ट का हिस्सा
आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि प्रोग्रामेबिलिटी-आधारित अतिरिक्त उपयोग के मामलों को पायलट प्रोजेक्ट के हिस्से के रूप में पेश किया जाएगा. बता दें कि दिसंबर 2022 में खुदरा केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (CBDC) का एक पायलट लॉन्च किया था. इस प्रोजेक्ट ने दिसंबर 2023 में एक दिन में 10 लाख ट्रांजेक्शन (लेनदेन) करने का लक्ष्य हासिल किया. जानकारी दें कि यूनिफ़ाइड पेमेंट इंटरफ़ेस (UPI) के अलावा कई प्लेटफॉर्म पहले से ही ऑफलाइन पेमेंट की सुविधाएं मुहैया कराते हैं.
अभी यहां होता है इस्तेमाल
फिलहाल सिस्टम पायलट के माध्यम से बैंकों द्वारा दिये गए डिजिटल रुपया वॉलेट का इस्तेमाल करके व्यक्ति से व्यक्ति (पी2पी) और व्यक्ति से व्यापारी (पी2एम) लेनदेन किया जा सकता है. ऑफलाइन पेमेंट हो जाने के बाद ई-रुपये के उपयोग में वृद्धि दिखेगी. कई और सर्विस के लिए भी CBDC का इस्तेमाल किया जा सकता है.
एईपीएस सर्विस को बढ़ाया जाएगा
गवर्नर शक्तिकांत दास ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (AePS) की सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाने की घोषणा की. इसका उपयोग 2023 में 37 करोड़ लोगों ने किया था. जल्द ही AePS को लेकर निर्देश जारी होंगे. डिजिटल पेमेंट को सुरक्षित बनाने के लिए भी RBI द्वारा कई कदम उठाए जाएंगे.
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