Kala Dhaga Bhandhne Ke Niyam: आपने कई लोगों को पैरों में काला धागा पहनते हुए देखा होगा या आप खुद भी बांधते होंगे. ऐसी मान्यता है कि काला धागा पहनने से शनि के प्रकोप और बुरी नजर से मुक्ति मिलती है. लेकिन ज्योतिष की मानें तो पैरों में काला धागा बांधने के कुछ नियम भी होते हैं, जिसका यदि आप पालन नहीं करते हैं तो आपको फायदे की जगह नुकसान भी पहुंच सकता है. ऐसे में यदि आप भी काला धागा पहनते हैं तो उससे पहले जान लें काला धागा पहनने के नियम…
काला धागा पहनने के नियम
- काला धागा पहनने से पहले उसमें 9 गाठें अवश्य लगा लें. ध्यान रहे कि जिस पैर या हाथ में काला धागा पहने वहां कोई अन्य धागा ना बांधे.
- काला धागा पहनते वक्त गायत्री मंत्र का पाठ अवश्य करें. ऐसा करने से धागे का प्रभाव और अधिक बढ़ जाता है.
- काला धागा पहनने से हमारे जीवन की नकारात्मक ऊर्जा दूर हो जाती है और सकारात्मक ऊर्जा का प्रसार बढ़ने लगता है.
- काला धागा पहनने से हमारे जीवन में शनि दोष से आने वाली सभी परेशानियों का अंत हो जाता है. साथ ही तरक्की के मार्ग प्रस्सत होते हैं.
- यदि कोई बच्चा बीमार है तो उसके पैरों में काला धागा बांध दें. ऐसा करने से बच्चे की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाती है. साथ ही बच्चे पर किसी बुरी नजर नहीं लगती है.
काला धागा पहनने के फायदे
काला धागा को ज्योतिष शास्त्र में शनिदेव से जोड़कर देखा जाता है. ऐसी मान्यता है कि जिसके कुंडली में शनि दोष है वे यदि पैर में काला धागा पहनते हैं तो शनि का दुष्प्रभाव कम हो जाता है और आपको परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ता है. इसके अलावा छोटे बच्चों को काला धागा पहनाने से उन पर किसी की बुरी नजर नहीं लगती है.
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(Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और ज्योतिष जानकारियों पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)