CBDT Report: सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ डायरेक्ट टैक्सेज (सीबीडीटी ) ने रविवार को एक नई रिपोर्ट जारी की जिसमें खुलासा हुआ कि देश का नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन पिछले वर्ष की इसी अवधि के नेट कलेक्शंस की तुलना में 20.25% बढ़कर ₹15.60 लाख करोड़ अधिक हो गया है. सीबीडीटी के अनुसार, यह संग्रह वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष कर के कुल संशोधित अनुमान का 80.23% है. सीबीडीटी डेटा के अनुसार, 10 फरवरी तक ग्रॉस डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन बढ़कर ₹18.38 लाख करोड़ हो गया, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के ग्रॉस कलेक्शन से 17.30% अधिक है.
कॉर्पोरेट और पर्सनल इनकम टैक्स के आकड़े भी किये जारी
इसके अलावा, सीबीडीटी आंकड़ों के अनुसार कॉर्पोरेट इनकम टैक्स (सीआईटी) और पर्सनल इनकम टैक्स (पीआईटी) के ग्रॉस रेवेन्यू कलेक्शन में भी लगातार वृद्धि देखी गई. कॉर्पोरेट इनकम टैक्स की नेट ग्रोथ दर 13.57% रही जबकि पर्सनल इनकम टैक्स 26.91% रहा. साथ ही 10 फरवरी तक 2.77 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया जा चुका है.
आईटीआर की संख्या में हुई बढ़ोतरी
भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 10 वर्षों में इन्कम टैक्स रिटर्न दाखिल करने वाले करदाताओं की संख्या दोगुनी से अधिक 7.78 करोड़ हो गई है.सीबीडीटी के आंकड़ों से पता चलता है कि फाइनेंशियल ईयर 2013 में दाखिल इनकम टैक्स रिटर्न (आईटीआर) की संख्या 7.78 करोड़ थी, जो 2013-14 में दाखिल 3.8 करोड़ आईटीआर की तुलना में 104.91% की वृद्धि दर्शाती है. इसी अवधि के दौरान, नेट डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन फाइनेंशियल ईयर 2014 में ₹6,38,596 करोड़ से 160.52 प्रतिशत बढ़कर 2022-23 में ₹16,63,686 करोड़ हो गया. वहीं, डायरेक्ट टैक्स टू जीडीपी रेश्यो 5.62 प्रतिशत से बढ़कर 6.11 प्रतिशत हो गया.
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