Ghazipur News: भांवरकोल क्षेत्र के खरडीहा महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल हुए. उन्होंने उपाधि प्राप्त विद्यार्थियों, स्मृति राय और मनीष कुमार गुप्ता को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया. उप राज्यपाल के हाथों मानक की उपाधि पाकर विद्यार्थियों के चेहरे खुशी से खिल उठे.
यहां आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही हैः LG
इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि मैं महाविद्यालय के संस्थापक स्व. बृजमंगल राय की पुण्य स्मृति को नमन करता हूं. इस महाविद्यालय का निमंत्रण मुझे प्राप्त हुआ. यहां आकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हो रही है.
राष्ट्र निर्माण में देश के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका
उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में देश के युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका है. देश के युवाओं की उर्जा से ही देश के भविष्य के रास्ते का निर्माण होता है. उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि स्व. बृजमंगल राय मंत्री जी ने जिस निष्काम भाव से सेवा और करुणा की मूल्यों को स्थापित किया, उसे अपने जीवन में जरुर आत्मसात करें. मुझे विश्वास है उनका आशीर्वाद आप सभी को विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा जरूर देगा.
एलजी ने कहा कि स्वामी विवेकानंद जी कहते थे कि कर्म के नियम को काम में नहीं डाला जा सकता. एक सम्मेलन में स्वामी विवेकानंद जी ने एक वाक्य में भारत माता या मातृभूमि के प्रति अपने विचार पूरी दुनिया के सामने रखा था. वह मानते थे कि चुनौतियों और सैकड़ों वर्ष की गुलामी के बावजूद मां भारती के सपूतों को विदेश के प्रति कर्तव्यों का एहसास अभी भी जीवित है. उनकी प्राण शक्ति में राष्ट्र गौरव तथा सबसे बड़ा स्रोत उसका युवा वर्ग के भविष्य के रास्ते निर्मित होते हैं और एक रास्ता बंद होता है तो एक रास्ते को नौजवान खुद बना लेते हैं और राष्ट्रीय एकता सर्वधर्म समभाव भाईचारा और साहस के साथ अपनी क्षमता अपने सामर्थ एवं पुरुषार्थ से नए समाज की रचना करें.
आप सभी समाज के नए भविष्य की दिशा तय करने वाले हैं
उन्होंने कहा कि आज खरडीहा महाविद्यालय के विद्यार्थियों से मैं कहना चाहूंगा कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ आप सभी भारत वर्ष की सांस्कृतिक विरासत और नैतिक मूल्यों का भी सदैव ध्यान रखिए. मैं मानता हूं कि युवा चेतना अतीत से काम करती है. आपकी राय स्पष्ट होने चाहिए, क्योंकि आप सभी समाज के नए भविष्य की दिशा तय करने वाले हैं.
उपराज्यपाल ने कहा कि राष्ट्र का निर्माण आपको करना है और सच है कि आज दुनिया की पांचवी बड़ी अर्थव्यवस्था की ताकत दुनिया के अपेक्षा भारत में सबसे ज्यादा 15 वर्षों में हुआ. आने वाले 24-25 वर्षों में एक विकसित राज्य के रूप में भारत अपनी पहचान बना सके. यह केवल भारत के प्रधानमंत्री का शौक नहीं है, बल्कि मुझे लगता है कि भारत के हर नागरिक का स्वप्न बन गया है.
देश के प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आप सभी प्रगति के सारोकारों का लाभ उठाएंगे और समाज के तथा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से उनकी शिक्षा की रोशनी पहुंचाने का कार्य करेंगे. स्वामी विवेकानंद जी ने एक बार नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि जिसके पास कल-कारखाने हो वहां, शिक्षा से भेद क्यों करें.
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में प्रधानमंत्री जी ने अनमोल उपहार दिया
उन्होंने कहा कि आप सौभाग्यशाली हैं कि आपको राष्ट्रीय शिक्षा नीति के रूप में भारत के प्रधानमंत्री जी ने अनमोल उपहार दिया. पिछले 10 वर्षों में इस देश में युवा जनता का पूर्ण रूप से प्रगति के रास्ते पर नीति के साथ इंफ्रास्ट्रक्चर पर भी विशेष बल दिया गया है ताकि भारत को ज्ञान की महाशक्ति बनाई जा सके. इसके लिए देशभर में उच्च शिक्षा संस्थानों का जाल बिछाया गया है. आईटी हो आईएमएम या मेडिकल कॉलेज, और नए विश्वविद्यालय शुरू किए गए.
शिक्षा में नैतिक मूल्यों का होना बेहद जरूरी
उन्होंने कहा कि आने वाले तीन वर्षों में निश्चित रूप से दुनिया की अर्थव्यवस्था बनने जा रहे हैं. प्रधानमंत्री जी का संकल्प लेना होगा, मैं आप सबसे निवेदन करूंगा कि दीक्षांत समारोह में संकल्प लेकर विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प हम जरूर पूरा करेंगे. उन्होंने लोगों का आह्वान करते हुए कहा कि शिक्षा में नैतिक मूल्यों का होना बेहद जरूरी है.
अपने जीवन में निरंतर आगे बढ़ाने के संघर्ष को कायम रखेंः कुलपति
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. वंदना सिंह ने कहा कि अमर शहीदों की पवित्र भूमि और मां गंगा के पवित्र पूर्वी क्षेत्र में अवस्थित महाविद्यालय के इस दीक्षांत समारोह को संबोधित करने के लिए आमंत्रित कर आपने मुझे सम्मानीय संस्थापक स्व. बृजमंगल राय जी और उनके मिशन को आगे ले जाने वाले लोग, जिनमें न केवल शिक्षा के नए आदर्श को विकसित करने का साहस और दूर दृष्टि थी, बल्कि अपने महत्वपूर्ण और पवित्र लक्ष्य को समर्पित संस्थाओं की स्थापना और विकास कर उसे व्यवहार में उतरने की क्षमता और दृढ़ता कि, उन्हें मैं नमन करती हूं. इसलिए आप सभी अपने जीवन में निरंतर आगे बढ़ाने के संघर्ष को कायम रखें.
इस अवसर पर पूर्व मंत्री उपेंद्र तिवारी, भानूप्रताप सिंह, पूर्व मंत्री विजय मिश्रा, प्रेम नारायण सिंह, अजय राय, प्रबंधक शशिकांन्त, इंजीनियर अरविंद कुमार कुमार राय, कृष्णकांत राय, विनोद राय, भगवती प्रसाद राय, राजेश राय बागी, पियूष राय, आनंद राय मुन्ना, शशांक शेखर राय, सतीश राय, नीरज राय, अवनीश कुमार राय, बलिराम पटेल, सरजू यादव आदि मौजूद थे. अंत में मंच संचालक चंद्रकांता राय में आए हुए सभी अतिथियों के के प्रति आभार व्यक्त किया.