Varanasi/Bhadohi: कालीन नगरी संत रविदास नगर भदोही भी जीबीसी 4.0 में अपनी दमदार भागीदारी निभा रही है। संत रविदास नगर में 853 करोड़ से अधिक का निवेश धरातल पर उतरा है, जिससे 3700 युवाओं को रोजगार मिलेगा। एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन में सबसे ज्यादा 606 करोड़ का निवेश आया है। दूसरे नम्बर पर हथकरघा व वस्त्र उद्योग है, जबकि सबसे अधिक रोजगार स्वास्थ्य व शिक्षा में मिल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के देखरेख में उत्तर प्रदेश की नई औद्योगिक नीति प्रदेश में निवेश और रोजगार का सुनहरा अवसर ला रही है। भदोही के जिलाधिकारी गौरांग राठी ने बताया की जिले में कुल 853.61 करोड़ का निवेश धरातल पर उतरा है, जिससे 3700 लोगों को रोजगार मिलेगा। कालीन नगरी में सबसे ज्यादा 51 निवेशक एमएसएमई और निर्यात प्रोत्साहन विभाग में आये हैं। वही दूसरे नंबर पर 14 निवेशकों ने हथकरघा एवं वस्त्र उद्योग विभाग में निवेश किया है। कुल 82 निवेशकों ने भदोही में निवेश किया है। जिनमे से कुछ लखनऊ ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में शामिल होंगे तो कुछ जिला स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
एमएसएमई नीति 2022 में निवेशकों को लुभाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फरवरी 2023 में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया था। औद्योगिक निवेश एवं रोजगार प्रोत्साहन नीति में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के चलते बड़ी तादाद में निवेशक आकर्षित हो रहे हैं, जिससे नए भारत के नए उत्तर प्रदेश का सृजन होता दिख रहा है।