गर्भावस्था के दौरान या जन्म के बाद मर जाता है बच्चा, तो इस माघी पूर्णिमा दंपत्ति इस नदी में करें स्नान
Magh Purnima 2024: इस वर्ष माघी पूर्णिमा आगामी 24 फरवरी है. इस दिन मिथिलांचल में स्नान-दान का विशेष महत्व है. क्षेत्र के दरभंगा गौसाघाट और कमला नदी में स्नान के बाद पूजन की प्रथा सदियों पुरानी है.
दरअसल, इस दिन यहां लाखों की संख्या में लोग स्नान करते हैं. कहते हैं माघी पूर्णिमा पर दोनों नदियों में स्नान-दान करने के बाद तट पर स्थित मंदिर में पूजन करने का विशेष महत्व है.
ऐसा कहते हैं कि जिन लोगों को संतान नहीं होती है, वो अगर कमला नदी में स्नान करके पूजन करते हैं, तो उस दंपत्ति को संतान प्राप्ति होती है.
माघी पूर्णिमा के दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु दरभंगा के गौशाघाट और कमला नदी में स्नान करने आते हैं. इस दिन यदि पति-पत्नी व्रत, स्नान, पूजा और दान करें, तो उनके संतान प्राप्ति की इच्छा पूर्ति होती है.
कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय स्नातकोत्तर ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ कुणाल कुमार झा ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस साल माघी पूर्णिमा का व्रत 24 फरवरी को मनाया जाएगा. इस व्रत में दान-स्नान का विशेष महत्व है.
माघी पूर्णिमा पर शिव पूजा का विशेष महत्व है. इस मामले में विभागाध्यक्ष डॉ. कुणाल कुमार झा कहा कि माघी पूर्णिमा के दिन भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है.
खासकर उन महिलाओं के लिए जिनका बच्चा गर्भावस्था के दौरान मर जाता है या कोई बच्चा नहीं है. या फिर बच्चा जन्म के बाद मर जाता है.
ऐसे दंपत्ति को माघी पूर्णिमा के दिन गौशाघाट पर स्नान करना चाहिए. भगवान शिव औघड दानी हैं. उनकी पूजा के बाद दान देने से सारे विकार दूर हो जाते हैं.
माघी पूर्णिमा तिथि आज 23 फरवरी की दोपहर 3.33 मिनट पर शुरु होकर कल 24 फरवरी की शाम 5.59 मिनट पर खत्म होगी. उदयातिथि होने से पूर्णिमा कल 24 फरवरी 2024 दिन शनिवार तक मनाई जाएगी.
(Disclaimer: यहां दी गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. The Printlines इसकी पुष्टि नहीं करता है.)