कासगंज ट्रैक्टर-ट्रॉली हादसाः मौत के तालाब पर टिकी रही लोगों की निगाहे

Ved Prakash Sharma
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Reporter The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
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Accident In Kasganj: कासगंज जिले के पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर ककराला गांव के तालाब में ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने की घटना की जानकारी होते ही गांव के लोगों में कोहराम मच गया. कुछ ही देर में सैकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंच गए. हर किसी की निगाहे मौतरूपी तालाब पर टिक और पानी में समाए लोगों को ढूंढने लगी.

जानकारी के अनुसार, गौरव निवासी कसा थाना जैथरा जनपद एटा के 6 माह के बालक का मुंडन संस्कार कराने के लिए उसके परिवार और अन्य लोग ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार होकर कादरगंज गंगाघाट पर गंगा स्नान के लिए जा रहे थे. बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर-ट्रॉली पर 52 लोग सवार थे.

ट्रैक्टर-ट्रॉली पर सवार सभी को खुशी के बीच गंगा घाट पहुंचने का इंतजार था. खुशी के बीच सभी इस बात से अंजान थे कि उनकी इस मंजिल में एक कालरूपी तालाब भी रास्ते में पड़ेगा. इसी बीच पटियाली-दरियावगंज मार्ग पर ककराला गांव उस कालरूपी तालाब के पास ट्रैक्टर-ट्रॉली पहुंची और पलट गई.

ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटते ही उसमें सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई. कई जहां पानी की गहराई में समा गए, वहीं कई बाहर निकलने के लिए हाथ-पैर चलाने लगे. घटना की जानकारी की जानकारी होते ही गांव में कोहराम मच गया.

जिस किसी को भी हादसे की बारे में जानकारी हुई, उसके कदम घटनास्थल की ओर चल पड़े. कुछ ही देर में सैकड़ों ग्रामीणों के साथ ही प्रशासन भी मौके पर पहुंच गई और राहत बचाव कार्य शुरु किया गया.

इस दौरान हर किसी की नजर मौत के इस तालाब पर टिकी रही. जिनके परिवार के लोग हादसे का शिकार हुए थे, वह उनके सकुशल तालाब से निकलने की ईश्वर से प्रार्थना करते रहे. जिस किसी को भी तालाब से निकाला जा रहा था, उसे तत्काल अस्पताल भेजा जा रहा था.

इस हादसे में अब तक 24 लोगों की जान जान जा चुकी है. तालाब से सभी को तो निकाल लिया है, लेकिन जिसका मुंडन होना था, उस 6 माह के मासूम का अभी तक पता नहीं चल सका और तलाश जारी है.

गांव कसा के ये लोग निकले थे गंगा घाट के लिए
गांव कसा से शिवम, उसमा देवी, आर्यन, अंजली, अनुभव, रजनी, रानी, कुंवरपाल, दीक्षा, माडल, प्रांशु, गायत्री देवी, सतेंद्र सिंह, पुष्पा देवी, गौरव, गौरव का बेटा बिट्टू, पुत्री सपना, शकुंतला देवी, मीरा देवी, दीक्षा अवनेश, दर्शनपाल, लक्ष्मी देवी, रूबी, अनमोल, देवांशु, महेंद्रपाल, शिवानी, कार्तिक, सोम्या, ओमपाल, मिथलेश, तनु, राजकुमारी, कुलदीप, कमलेश, संजीव, जविता, संजीव की पुत्री पायल, रामबेटी, राजपाल, मीरा देवी, श्यामलता सहित 54 लोगों की सूची प्रशासन ने बनाई है, जो गंगा घाट के लिए निकले थे.

रौरी ये लोग लोग
इसके अलावा रौरी के राहुल, अंजली, सनी एक अज्ञात गांव बरार के नेकराम, एक बालक अज्ञात, गांव खिरिया के साहब सिंह और देवेंद्र सिंह भी ट्रैक्टर-ट्राली में थे. अभी कुछ शव तालाब में हो सकते हैं. इसलिए प्रशासन ने वहां गोताखोरों को लगाया है और जाल तालाब में डाले जा रहे हैं.

कुल मिलाकर, ये तो सच है कि ऊपर वाले के आगे किसी की नहीं चलती. वह दुनिया को अपने इशारे पर चलाता है. लेकिन इस हादसे के लिए लोग ऊपर वाले की दुहाई दे रहे हैं. खासकर वे लोग आंखों में आंसू लिए ईश्वर की दुहाई दे रहे हैं, जिन्होंने इस दुर्घटना में अपनों को हमेशा-हमेशा के लिए खो दिया है.

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