हर जुबान पर रही है पंकज उदास की गजलें

बॉलीवुड के मशहूर गजल गायक पंकज उधास ने दुनिया को अलविदा कह दिया है. 72 साल की उम्र में सिंगर ने आखिरी सांस ली है.

उनका इस तरह जाना फैंस के लिए सदमे से कम नहीं है.

गजल की दुनिया का सबसे बड़ा नाम रहे पंकज उधास ने अपने करियर में एक से बढ़कर गानें गाए जो आज भी लोगों की जुबान पर रहते हैं. आइए आपको बताते हैं उन गानों की लिस्ट...

'चांदी जैसा रंग' पंकज उधास के सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक.  

पंकज उधास का गाना "मोहे आई न जग से लाज, मैं इतना जोर से नाची आज, कि घुंघरू टूट गये" भी पसंदीदा गीतों में एक है.

"आप जिनके करीब होते हैं, वो बड़े खुशनसीब होते हैं". उधास का ये गाना अपनी सरलता और संरचना से प्रभाव पैदा करता है.

"जिये तो जियें कैसे, बिन आपके, लगता नहीं दिल कहीं, बिन आपके". उधास का ये गाना आज भी लोगों की जुबान पर रहता है.

पंकज उधास के गाने 'चिट्ठी आई है' ने आज भी अपनी लोकप्रियता बरकरार रखी है.

"निकलो ना बेनकाब ज़माना ख़राब है और उसपे ये शबाब ज़माना ख़राब है". पंकज उधास के इ गाने को लॉकडाउन के दौरान खूब सूना गया था.