Manipur: पिछले वर्ष से मणिपुर में हिंसा जारी है. राज्य से लेकर केंद्र सरकार तक इस जंग को शांत कराने के प्रयास में जुटी हुई है. इसके लिए लगातार सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. हिंसा में इस्तेमाल किए जा रहे हथियारों की बरामदगी के लिए 1 मार्च से अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत भारतीय सुरक्षाबलों ने एक तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान भारी मात्रा में हथियार बरामद किए.
असम राइफल्स ने एक गुप्त सूचना पर मोरेह के एलोरा होटल के सामान्य क्षेत्र में तलाशी अभियान चलाया. इस तलाशी में सुरक्षाबलों ने 8 पिस्तौल, 10 देशी आईईडी, तीन हथगोले और गोला-बारूद जब्त किया. बरामद हथियार और गोला-बारूद पुलिस को सौंप दिए गए.
कैसे शुरू हुई हिंसा?
मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में 3 मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें शुरू हुई थीं. इस हिंसा में राज्य में तब से अब तक कम से कम 160 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं.