सीबीआई ने देश भर में चल रहे बड़े मानव तस्करी नेटवर्कों का भंडाफोड़ किया है, जो विदेश में आकर्षक नौकरी दिलाने का वादा कर भोले-भाले युवाओं को निशाना बनाता है. इस तरह के तस्कर एक संगठित नेटवर्क के रूप में काम कर रहे हैं एवं यूट्यूब आदि जैसे सोशल मीडिया चैनलों व अपने स्थानीय संपर्कों/एजेंटों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को रूस में उच्च वेतन वाली नौकरियों हेतु लुभा रहे थे. इसके पश्चात, तस्करी करके लाए गए भारतीय नागरिकों को लड़ाकू भूमिकाओं में प्रशिक्षित किया गया एवं उनकी इच्छा के विरुद्ध रुस (रूस-यूक्रेन युद्ध क्षेत्र) में अग्रिम ठिकानों पर तैनात किया गया, जिससे उनका जीवन गंभीर खतरे में पड़ गया.
यह पता चला है कि युद्ध क्षेत्र में कुछ पीड़ित गंभीर रूप से घायल भी हुए थे. इस संदर्भ में, सीबीआई ने निजी वीज़ा कंसल्टेंसी फर्मों एवं एजेंटों तथा अन्यों के विरुद्ध 06 मार्च, 2024 को मानव तस्करी सम्बंधित मामला दर्ज किया. क्योंकि इस तरह के फर्म, एजेंट आदि बेहतर रोजगार एवं उच्च भुगतान वाली नौकरियों की आड़ में भारतीय नागरिकों की रूस में तस्करी में संलिप्त पाए गए हैं. इन एजेंटों का मानव तस्करी नेटवर्क, देश भर के कई राज्यों में फैला हुआ है.
सीबीआई ने कई शहरों जैसे- दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, मुंबई, अंबाला, चंडीगढ़, मदुरै एवं चेन्नई में लगभग 13 स्थानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन को कल देर रात तक अंजाम दिया. अब तक 50 लाख रु. से अधिक की नकद धनराशि, आपत्तिजनक दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड जैसे लैपटॉप, मोबाइल, डेस्कटॉप, सीसीटीवी फुटेज आदि जब्त किए गए हैं. इस संदर्भ में आगे तलाशी जारी है. विभिन्न स्थानों से कुछ संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है. अब तक पीड़ितों को विदेश भेजे जाने के लगभग 35 मामले स्थापित हो चुके हैं और अधिक तस्करी पीड़ितों की पहचान की जा रही है.
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