One Nation One Election: देश में कुछ समय बाद ही लोकसभा चुनाव होने जा रहा है. इससे पहले ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर बड़ा अपेडट सामने आया है. इस ममाले पर गठित उच्च स्तरीय समिति ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की और अपनी रिपोर्ट सौंपी. राष्ट्रपति को सौंपी गई 18,626 पन्नों की रिपोर्ट में कई अहम बातों का जिक्र किया गया है. भारत के पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन पिछले साल सितंबर के महीने में किया गया था.
राष्ट्रपति को सौंपी गई रिपोर्ट
इस कमिटी ने हितधारकों, विशेषज्ञों के साथ व्यापक विचार-विमर्श, परामर्श किया. इस मामले पर लगातार 191 दिनों तक काम करने के बाद यह रिपोर्ट तैयार की है. इस रिपोर्ट को आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंप दिया है. इस दौरान देश के केंद्रीय गृमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे.
Former President of India Shri Ram Nath Kovind who heads High-Level Committee (HLC) on 'One Nation, One Election' presented the report on simultaneous elections in the country to President Droupadi Murmu along with members of the HLC including Union Home Minister Shri Amit Shah,… pic.twitter.com/wqlPZ3n0FV
— President of India (@rashtrapatibhvn) March 14, 2024
18,626 पन्नो की रिपोर्ट में क्या?
‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर रामनाथ कोविंद पैनल की रिपोर्ट कुल 18,626 पन्नो की है. इस रिपोर्ट में साल 2029 में एक साथ चुनाव कराने की सिफारिश की गई है. ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ का मुख्य उद्देश्य है कि लोकसभा और राज्यों की विधानसभा के सहित विभिन्न निकायों के चुनाव एक साथ ही कराए जाएं. माना जा रहा है कि एक साथ चुनाव कराने के लिए संविधान के अंतिम पांच अनुच्छेदों में संशोधन की सिफारिश की जा सकती है. इस रिपोर्ट में लोकसभा, राज्य विधानसभा एंव स्थानीय निकायों के चुनाव के लिए एकल मतदाता सूची जारी करने की भी बात कही गई है.
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 2 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया था. इस समिति में गृह मंत्री अमित शाह, राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद, वित्त आयोग के पूर्व अध्यक्ष एन.के. सिंह, पूर्व लोकसभा महासचिव सुभाष कश्यप और वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे को रखा गया था.
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