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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
यूपी के गौतमबुद्धनगर जिले में पिछले करीब डेढ़ वर्ष से अपराध में भारी गिरावट दर्ज की गई है. बेहतर और स्मार्ट पुलिसिंग होने से अपराधियों के हौसले पस्त हैं. ये सब मुमकिन हुआ है तेजतर्रार पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह (Lakshmi Singh) के नेतृत्व में. इसके साथ ही नोएडा पुलिस कमिश्नरेट अपराध में कमी लाने के मामले में यूपी में नंबर वन गया है.
बिना टीम वर्क के आगे बढ़ना नहीं होता मुमकिन: लक्ष्मी सिंह
एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में सीपी लक्ष्मी सिंह ने पुलिसिंग को लेकर तमाम बातें बताईं. उन्होंने कहा कि “किसी भी जिले में कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए टीम वर्क बहुत जरूरी होता है. बिना टीम वर्क के आगे बढ़ना मुमकिन नहीं होता है. इसके साथ ही सीपी लक्ष्मी सिंह ने कहा, क्राइम और क्रिमिनल पर बेसिक पुलिसिंग पर फोकस करके आप बहुत बड़े रिजल्ट्स अचीव कर सकते हैं, कोई बहुत रॉकेट साइंस नहीं है सिंपल पुलिसिंग है.”
उन्होंने आगे बताया कि “नोएडा में प्रदेश भर से नहीं, बल्कि देश भर के लोग यहां आते हैं काम करते हैं. उद्यमी आकर अपनी फैक्ट्रीज चलाते हैं. बड़े-बड़े एमएनसी के कॉरपोरेट हैं. इसलिए यहां की पुलिसिंग को सिर्फ उत्तर प्रदेश के पैमाने पर नहीं माप सकते हैं. यहां की सिक्योरिटी और पुलिसिंग नेशनल और इंटरनेशनल स्टैंडर्ड ऑफ पुलिसिंग और सेफ्टी प्रोटोकॉल्स होंगे उस पर आपको मापा जाता है.
इसलिए जिस दिन से नोएडा कमिश्नरेट की जिम्मेदारा मिली, तो सबसे पहला काम यही किया गया कि नोएडा पुलिस को एक टीम के तौर पर डेवलप किया और उन्हें यह एहसास दिलाया कि उन्हें और उनकी पुलिसिंग को सिर्फ यूपी नहीं देख रहा है, बल्कि पूरा विश्व देख रहा है. दुनिया में यूपी पुलिस की पहचान कैसे बनेगी यह भी नौएडा जैसे शहर से तय होता है, इसलिए ये पहचान बनाने की जिम्मेदारी नोएडा पुलिस पर है.” बता दें, सीपी लक्ष्मी सिंह ने जब से जिले की कमान संभाली है, तब से पुलिसिंग का तरीका बदलने के साथ ही लोगों में सुरक्षा की भावना और पुलिस के प्रति जो सोच थी, उसमें भी काफी बदलाव देखने को मिला है.