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The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Money Laundering Cases: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कॉक्स एंड किंग्स से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरेन भगत नामक व्यक्ति को अरेस्ट किया है. हिरेन ने खुद को ईडी का अधिकारी बताया था और कॉक्स एंड किंग्स के प्रमोटर अजय पीटर केरकर के पिता अजीत केरकर को धमकी दी थी और करीब 10 करोड़ रुपये की उगाही की थी. बता दें कि जबरन वसूली करने वाले हिरेन भगत को रोमी भगत के नाम से भी जाना जाता है. वहीं इस मामले में अन्य वित्तीय कदाचारों के अलावा, कॉक्स एंड किंग्स कंपनी के प्रमोटरों पर बैंक धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और फर्जी रिकॉर्ड बनाने का आरोप लगाया गया है. चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश चतुर्वेदी ने कथित तौर पर रोमी को कॉक्स एंड किंग्स के प्रमोटर के पिता से मिलवाया ताकि वह अजय पीटर केरकर के खिलाफ कई एजेंसियों द्वारा लाए गए मामले में मदद कर सकें.
जबरन वसूले दस करोड़ रुपये
मुंबई पुलिस के सूत्रों के अनुसार 2022 में रोमी भगत ने ईडी का अधिकारी होने का नाटक किया और कथित तौर पर अजीत केरकर को धमकी दी. उसने कथित तौर पर बंदूक की नोक पर करीब 10 करोड़ रुपये वसूले और केरकर के जेल में बंद बेटे अजय को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी. भगत को पहले मुंबई क्राइम ब्रांच ने एक कथित जबरन वसूली मामले में हिरासत में लिया था, जिसमें उन्होंने और उनके साथी ने कथित तौर पर ओमकार डेवलपर्स के प्रमोटरों को 164 करोड़ रुपये का भुगतान करने या मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा और प्रवर्तन विभाग द्वारा उनके खिलाफ लाए गए आरोपों का सामना करने की धमकी दी थी. चार्टर्ड अकाउंटेंट राजेश चतुर्वेदी और भगत से जुड़े कई स्थानों पर केंद्रीय जांच टीम ने तलाशी ली. यस बैंक से फर्जी ऋणों की जांच करते हुए, कॉक्स एंड किंग्स कंपनी को ईडी के दायरे में रखा गया था, क्योंकि यह पता चला था कि राणा कपूर के बैंक से उधार लिए गए धन को वैध बनाने के लिए ‘काल्पनिक ग्राहकों’ का इस्तेमाल किया गया था. कॉक्स एंड किंग्स ग्रुप पर कर्ज में डूबे यस बैंक का 3,642 करोड़ रुपये बकाया है.