होलिका दहन की अग्नि को ना देखें ये लोग, झेलनी पड़ जाएगी कई समस्याएं; जानिए क्या है धार्मिक मान्यताएं

Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)
Must Read
Abhinav Tripathi
Abhinav Tripathi
Sub Editor, The Printlines (Part of Bharat Express News Network)

Holika Dahan Rule: होली का त्योहार देश भर में 25 मार्च को मनाया जाएगा. इसको लेकर लोगों में खासा उत्साह है. होली के ठीक एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है. यानी इस साल होलिका दहन 24 मार्च को किया जाएगा. होलिका दहन को लेकर कई सारी मान्यताएं होती है.

दरअसल, माना जाता है कि होलिका दहन की अग्नि को कई लोगों को नहीं देखना चाहिए. मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि को देखने पर इन लोगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. आइए आपको इस ऑर्टिकल में बताते हैं कि कौन लोग हैं जिनको होलिका दहन की आग को नहीं देखना चाहिए…

यह भी पढ़ें: UP के इस जगह से हुई थी होली की शुरुआत, त्रेतायुग से जुड़ा है इतिहास; श्रीमद भागवत में भी है वर्णन

गर्भवती महिलाएं

धार्मिक मान्यता है कि होलिका दहन की अग्नि को गलती से भी गर्भवती महिला को नहीं देखना चाहिए. इनके लिए यह अशुभ होता है. इसका नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ता है. बच्चे को बुरे प्रभाव से बचाने के लिए होलिका दहन की आग को देखने से बचना चाहिए.

छोटे बच्चों को

होली के एक दिन पहले होलिका दहन की अग्नि को नवजात शिशु को नहीं देखना चाहिए. धार्मिक मान्यता है कि होलिका दहन में लोग अपनी नकारात्मक शक्तियों की आहूति देते हैं. इसके धुएं से नवजात शिशु को हानि पहुंच सकती है. होलिका दहन से अपने नवजात बच्चे को दूर ही रखना चाहिए.

नवविवाहित दंपति

धार्मिक मान्यता के अनुसार शादी के बाद की पहली होली महिलाओं को नहीं देखनी चाहिए नवविवाहित दंपति यानी लड़के और लड़की दोनों को होलिका दहन से दूर रहना चाहिए. इसको अशुभ माना जाता है. नव दंपति को होलिका दहन देखने से जीवन में परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

सास बहू को साथ में नहीं देखना चाहिए होलिका दहन

धार्मिक मान्यता है कि सास और बहू को एक साथ में होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. कहा जाता है कि दोनों एक साथ अगर होलिका दहन देखते हैं तो इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. इससे रिश्ते में दरार आ सकती है.

क्यों नहींं देखें होलिका दहन

धार्मिक मान्यता के अनुसार होलिका दहन को जलते हुए शरीर का प्रतीक माना गया है. ऐसे में इस प्रकार के लोगों को होलिका दहन देखने पर इन लोगों के जीवन पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है.

(अस्वीकरण: लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर लिखी गई है. द प्रिंटलाइंस इसकी पुष्टी नहीं करता है.)

Latest News

अब युवाओं के हाथों में भारत का भविष्य, बोले डॉ. राजेश्वर सिंह- ‘भारत को 2047 तक 15 ट्रिलियन डॉलर जीडीपी… ‘

Thoughts Of Dr Rajeshwar Singh: बीजेपी के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) युवाओं...

More Articles Like This