Mahakal Mandir Holi: होली के पर्व को लेकर पूरे देश में उत्साह का माहौल है. हर कोई होली के रंग में रंगा नजर आ रहा है. होली का पर्व सबसे पहले विश्व प्रसिद्ध बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में मनाया जाता है. सबसे पहले तीनों लोकों के स्वामी भगवान महाकाल को अबीर-गुलाल लगाया जाता है. इसेक बाद ही देशभर में होली का पर्व मनाया जाता है. आज रविवार सुबह बाबा महाकाल के दरबार में फूलों की होली खेली गई. वहीं, महाकाल के दरबार में गुलाल उड़ाया जाएगा.
51 क्विंटल फूलों से खेली गई होली
दरअसल, पाताल में हाटकेश्वर, आकाश में तारकालिंगम और पृथ्वी पर महाकाल विराजित हैं, इसलिए भगवान महाकाल को तीनों लोकों का स्वामी माना जाता है. आज रविवार सुबह भस्मारती के दौरान बाबा महाकाल के दरबार में 51 क्विंटल फूलों की होली खेली गई. वहीं, अब राजाधिराज भगवान महाकाल को संध्याकालीन आरती के दौरान गुलाल चढ़ने के बाद सोमवार को देशभर में रंग-गुलाल होली का पर्व मनाया जाएगा.
#WATCH मध्य प्रदेश: उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में फूलों से होली खेली गई।
(वीडियो सोर्स: महाकालेश्वर मंदिर) pic.twitter.com/jMBzUxrHfF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 24, 2024
जानिए क्या बोले पुजारी
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी प्रदीप गुरु ने बताया “महाकालेश्वर मंदिर में होली का उत्सव धूमधाम के साथ मनाया जाता है. गुलाल होली के पहले भगवान महाकाल के दरबार में फूलों से होली खेली जाती है. महाकालेश्वर मंदिर में भक्त और भगवान के बीच होली का पर्व हर साल सबसे पहले मनाया जाता है. रविवार शाम को संध्याकालीन आरती के दौरान मंदिर में गुलाल उड़ाई जाएगी. जिसके बाद पूरे देशभर में होली का पर्व मनाया जाएगा.”