Mukhtar Ansari: शनिवार को मुहम्मदाबाद के कालीबाग स्थित कब्रिस्तान में मुख्तार अंसारी को सुपुर्द-ए-खाक किया गया. घर से मुख्तार अंसारी का जनाजा निकलने से पहले मूछों से पहचाने जाने वाले माफिया डॉन मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी ने अंतिम विदाई से पहले पिता के मूछों पर ताव दिया.
मुख्तार अंसारी को सुपुर्दे-ए खाक करने के लिए उनके घर से करीब 400 मीटर दूर पुस्तैनी कब्रिस्तान में कब्र खोदी गई, जो 7.6 फीट लंबी और पांच फीट गहरी और चौड़ी थी. यह कब्र उनके मां-बाप की कब्र से पांच फीट नीचे (पैर की तरफ) बनाई गई. जिसे खोदने के लिए तीन हिंदू मजदूर बुलाए गए थे. हालांकि, मजदूरों का कहना था कि मुख्तार अंसारी के परिवार से जिन लोगों का इंतकाल होता है, उनके लिए वे पहले से ही कब्र खोदने के लिए आते हैं.
इस कब्रिस्तान में अब तक मुख्तार के परिवार से पिता सुबहानुल्ला अंसारी और उनकी पत्नी का कब्र अगल-बगल बनाया गया है, जबकि उनके पूर्वजों की कब्र बगल में है. मुख्तार अंसारी की कब्र को उनके कब्र से पांच फीट नीचे बनाया गया है. यह कार्य मुख्तार अंसारी के भतीजे शोएब अंसारी की निगरानी में हुई, जिसके लिए तीन हिंदू मजदूर नगीना, संजय और गिरधारी को बुलाया गया था.