Mumbai/Lucknow: महाराष्ट्र के भाजपा चुनाव प्रभारी, राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि कांग्रेस शिवसेना उद्धव गुट व रांकपा पवार गुट जैसे परिवारवादी दल लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में विलुप्त हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली डबल इंजन की सरकार के विकास कार्य के आधार पर भाजपा अपने सहयोगियों के साथ राज्य की सभी 48 लोकसभा सीटों पर बम्पर जीत दर्ज करने जा रही है। इस चुनाव में विपक्षी दलों का खाली हाथ रहना तय है। महाविकास अघाडी के दलों में भाजपा का मुकाबला करने का जज्बा नहीं बचा है। उनके बीच में सीट बटवारे को लेकर आपसी खीचतान अभी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
दोस्त ही एक दूसरे के खिलाफ मोर्चा खोलने की धमकी दे रहे हैं। कांग्रेस के पास तो प्रत्याशियों की भी कमी पड रही है । इस बार कांग्रेसी पार्टी को छोडकर जाने का रिकार्ड बनाने में लगे हैं तथा जो बचे रह जा रहे हैं वो चुनाव में उतरने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। कांग्रेस और रांकपा के शीर्ष नेतृत्व की कमजोरी से बचे खुचे कार्यकर्ताओं के हौसले पस्त हो चुके हैं। राहुल गांधी की न्याय यात्रा भी सूबे की कांग्रेस को न्याय नहीं दे सकी है। वंचित विकास अघाडी के नेता अलग ही सुर छेड रहे हैं। कुल मिलाकर वहां पर अपनी अपनी ढपली अपना अपना राग का माहौल बना हुआ है। उनका कहना था कि आज लोकतंत्र की दुहाई देने वाले महाविकास अघाडी के घटक दलों ने ही राज्य विधानसभा चुनाव के समय सूबे में लोकतंत्र की हत्या की थी।
लोकसभा चुनाव के समय में लोकतंत्र को संकट में बताने वाले कांग्रेस शिवसेना और रांकपा पवार गुट ने 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद साजिशन सूबे में लोकतंत्र का वध कर दिया था। जनता के जनादेश का अपमान करते हुए परिवारवादी दलों ने निजी स्वार्थों के लिए सरकार बना ली थी । जनता ने सब कुछ देखा है और वह इन्हें कडा सबक सिखाने जा रही है। जनता द्वारा सत्ता से बाहर किए गए इन दलों ने प्रदेश में अपने हित साधने के लिए ही सत्ता की बंदरबांट की थी। उस सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर था और आम जनमानस केन्द्र की मोदी सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभ से वंचित हो रहा था। प्रदेश में एक बार फिर से डबल इंजन की सरकार आने के बाद विकास की रफ्तार तेज हुई है।
उन्होंने कहा कि अब तो ऐसा लगता है कि उनका हिन्दुत्व केवल छलावा मात्र था तथा अब तक जो चोला पहन रखा था अब वह भी उतार फेंका है। राम भक्त होने का दावा करने वाले राम मंदिर का विरोध करने वालों के साथ दोस्ती निभा रहे हैं। कांग्रेस के लिए तो राम काल्पनिक थे अब उद्धव को भी बताना चाहिए कि क्या वे अपने मित्र दल की सोंच से सहमत है । महाविकास अघाडी की सरकार ने तो देश के करोडो लोगों की आस्था का केन्द्र प्रभु श्रीराम के मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम पर राज्य में उल्लास कार्यक्रम तक को रोक दिया था तथा ऐसा करने वालों पर कार्रवाई की गई थी। वीर सावरकर का अपमान करने वाले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष आजकल उद्धव जी के मित्र बने हुए हैं। महाविकास अघाडी सरकार को आडे हाथ लेते हुए कहा कि लोकतंत्र का झंडा उठाने वाले अपनी सरकार के समय में लोकतात्रिक विरोध करने वालों पर अत्याचार कर रहे थे।
तत्कालीन सरकार पूरी तरह से विकास विरोधी थी। उसे जनता के लिए सुविधाएं बढाने से कोई मतलब नहीं था। मुम्बई में मेट्रो तक के काम को रोक दिया था। ऐसा लगता था कि विकास कार्य का नाम लेना तक तत्कालीन सरकार को पसंद नहीं आता था। विकास कार्यों में बाधा डालना और केन्द्र सरकार की आलोचना करना ही उनका एकमात्र कार्य रह गया था। डा शर्मा ने कहा कि राज्य में एक बार फिर से भाजपा एनडीए सरकार के आने के बाद से जनहित के कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं। मराठा आरक्षण की लम्बे समय से चली आ रही मांग को पूरा किया गया है। महाराष्ट्र देश के विकास में अपना योगदान और बढा सके इस दिशा में तेजी से कार्य हो रहे हैं। राज्य के अलग अलग क्षेत्रों की अलग अलग समस्याएं है जिनके निराकरण के लिए सरकार संवेदनशीलता के साथ कार्य कर रही है। कोंकण में प्राकृति को संरक्षित रखते हुए वहां की पानी की समस्या दूर करते हुए विकास कार्यों को नई दिशा दी जाएगी। पर्यटन और फूड प्रोसेसिंग जैसे क्षेत्रों कार्य किया जाएगा। पालघर में कुपोषण की समस्या दूर करने के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत किया जाएगा। गन्ना किसानों की बेहतरी के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।